न्यूज डेस्क
पाकिस्तानी सेना ने अल्पसंख्यक महिला को पहली बार ब्रिगेडियर पद पर प्रोमोट किया गया है। हेलेन मैरी रॉबर्ट्स पाकिस्तान के 76 साल के इतिहास में वरिष्ठ सेना रैंक हासिल करने वाली पहली ईसाई महिला अधिकारी बन गयी हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने देश की पहली ईसाई महिला ब्रिगेडियर को बधाई देते हुए कहा कि वह देश के महिलाओं के लिए प्रेरणा हैं।
सेना चिकित्सा कोर में सेवारत हेलेन मैरी रॉबर्ट्स उन अधिकारियों में शामिल हैं, जिन्हें चयन बोर्ड ने ब्रिगेडियर और पूर्ण कर्नल के रूप में पदोन्नत किया। उन्होंने 26 वर्षों तक आर्मी मेडिकल कोर में पैथोलॉजिस्ट के रूप में काम किया है। इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने उन्हें पाकिस्तानी सेना में “योग्यता और राष्ट्रीय प्रतिनिधित्व का एक और जीवंत उदाहरण” करार दिया।
ब्रिगेडियर रॉबर्ट्स से पहले, मेजर जनरल निगार जौहर ने जून 2020 में लैंगिक बाधाओं को तोड़ते हुए लेफ्टिनेंट जनरल के पद पर पदोन्नत होने वाली देश की पहली महिला अधिकारी बनकर पाकिस्तान सेना की पहली महिला सर्जन जनरल बनीं थीं। पिछले साल रावलपिंडी के क्राइस्ट चर्च में क्रिसमस समारोह के दौरान सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने पाकिस्तान के विकास में ईसाई समुदाय की भूमिका की सराहना की थी। उन्होंने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और परोपकार के साथ-साथ राष्ट्रीय रक्षा को बढ़ावा देने में इनके योगदान का हवाला दिया था।
प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने बधाई देते हुए कहा कि,ब्रिगेडियर रॉबर्ट्स, पाकिस्तानी ईसाई समुदाय की सदस्य हैं और उन्होंने यह प्रतिष्ठित पद हासिल करने वाली अल्पसंख्यक पृष्ठभूमि की पहली महिला बनकर इतिहास रच दिया है। उन्होंने रॉबर्ट्स की कड़ी मेहनत और समर्पण की प्रशंसा की। पीएम ने कहा, इससे यह भी साबित हो गया कि पाकिस्तानी महिलाएं किसी भी क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल कर सकती हैं।