Homeदेशबिहार की राजनीति में राजश्री ,रीना और स्नेहलता की हो सकती है...

बिहार की राजनीति में राजश्री ,रीना और स्नेहलता की हो सकती है एंट्री —-

Published on

- Advertisement -



अखिलेश अखिल

अगर सब कुछ ठीक ठाक रहा तो बिहार की राजनीति में तीन महिलाएं आगामी लोकसभा चुनाव से राजनीति में एंट्री कर सकती है और चुनाव भी लड़ सकती हैं। बिहार की ये तीन महिलाये हैं स्वर्गीय रामविलास पासवान की पत्नी और चिराग पासवान की माता रीना पासवान ,बिहार के उप मुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव की पत्नी राजश्री और हाल में ही जदयू से अलग हुए राष्ट्रीय लोक जनता दल के नेता उपेंद्र कुशवाह की पत्नी स्नेहलता। बिहार की बदलती राजनीति में इन तीनो महिलाओं की एंट्री को लेकर बिहार की राजनीतिक गलियारों खूब चर्चा चल रही है। कहा जा रहा है कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में ये तीन महिलाएं चुनावी मैदान में उतरेगी और राजनीति में अपने भाग्य की आजमाइश करेंगी।
सबसे पहले राजश्री की बात। राजश्री तेजस्वी यादव की पत्नी है और लालू -राबड़ी यादव की बहू। कहा जा रहा है कि जिस तरह से राबड़ी देवी की इंट्री अचानक राजनीति में हुई थी ठीक उसी तरह से अब किसी भी समय राजश्री की इंट्री राजनीति में हो सकती है। लालू यादव का सियासी परिवार है। इस परिवार में लालू यादव की राजनीति काफी ऊंचाई तक पहुंची। उनके बाद राबड़ी देवी विधायक बनी और फिर सीएम की कुर्सी तक पहुँच गई। लालू यादव के परिवार में अभी बड़ी बेटी मीसा भारती राजनीति करती हैं साथ ही लालू यादव के दोनों बेटे तेजप्रताप और तेजस्वी मौजूदा बिहार सरकार में मंत्री हैं। सच तो यही है कि तेजस्वी यादव ही राजद को आगे बढ़ा रहे हैं और उन्हें ही लालू प्रसाद का राजनीतिक वारिस माना जा रहा है। लेकिन इस सियासी परिवार की समस्या ये है कि जितने लोग राजनीति करते दिख रहे हैं लगभग सभी पर जांच एजेंसियों की नजर है और लगभग सब जान एजेंसियों के राडार पर हैं। लालू यादव से लेकर राबड़ी देवी जांच के दायरे में हैं ही। मीसा भारती भी जांच के दायरे में हैं और लालू यादव के दोनों मंत्री बेटे भी जांच का सामना कर रहे हैं। ऐसे में कहा जा रहा है कि परिवार की सियासत को आगे बढ़ाने राजनीति में जल्द ही उतारा जा सकता है। कहा जा रहा है कि परिवार के भीतर इस पर सहमति भी हो गई है और राजश्री भी राजनीति को गले लगाने को तैयार है। उम्मीद की जा रही है कि आगामी लोक सभा चुनाव में राजश्री को मैदान में उतारा जा सकता है।
चिराग की माता रीना पासवान भी अब चुनावी मैदान में उतरने को तैयार हो गई हैं। कहा जा रहा है कि रीना पासवान अपने पति की पारम्परिक सीट हाजीपुर से चुनाव लड़ सकती हैं। चिराग पासवान भी कई दफा कह चुके कि वे अपनी माता को राजनीतिमे लाएंगे और माता रीना भी अब इसके लिए तैयार हो गई हैं। जानकारी के मुताबिक़ रीना पासवान अपने बेटे चिराग को लेकर कुछ ज्यादा ही परेशान रहती हैं। वे कई बार कह भी चुकी है कि अपनों ने ही उन्हें धोखा दिया।
बता दें कि जब तक रामविलास जी जीवित थे ,उन्होंने अपने भाइयों और भतीजो को राजनीति में जगह दी और आगे भी बढ़ाया। वे राष्ट्रीय नेता थे और उनकी अपनी पहचान भी थी। जब तक राजनीति में रहे मंत्री बने रहें। चाहे सरकार किसी भी रही हो। उस वक्त तक रीना पासवान राजनीति से कोई लेना देना नहीं था। वे घर का काम ही देखती थी। लेकिन पासवान जी के निधन के बाद अब लोजपा चाह रही है कि रीना पासवान राजनीति में आएं और हाजीपुर से चुनाव लड़े। उम्मीद की जा सकती है कि आगामी लोक सभा चुनाव में रीना पासवान हाजीपुर से चुनाव लड़ सकती हैं।
बिहार की राजनीति में उतरने वाली जिस तीसरी महिला की चर्चा की जा रही है वह उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी स्नेहलता की। उपेंद्र कुशवाहा अब जदयू से अलग हो चुके हैं और अपनी पार्टी राष्ट्रीय लोक जनतादल चला रहे हैं। पिछले समय उन्होंने राजगीर में पार्टी की बैठक की थी जिसमे अपनी पत्नी को बैठक में शामिल किया था। मंच से स्नेहलता ने कहा था कि अगर उनको मौका मिलता है तो वे कुशवाहा की राजनीति को आगे बढ़ा सकती हैं। लेकिन इधर स्नेहलता के स्वर कुछ बदल भी गए हैं। वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की शराबबंदी की सराहना कर रही हैं और लोगों से अपील भी कर रही हैं कि शराबबंदी को सफल बनाने की जरूरत है। हालांकि सियासी हलकों में यह कहा जा रहा है कि स्नेहलता का बयान राजनीतिक समझ न होने की वजह से आया है। लेकिन इतना तो साफ़ हो कि अब वह राजनीतिक मैदान में सक्रिय भूमिका निभाने को तैयार हो रही हैं। खबर है कि उपेंद्र कुशवाहा अपनी के लिए कोई सेफ सीट भी खोज रहे हैं।

Latest articles

आखिर  देशद्रोह कानून पर लॉ कमीशन की रिपोर्ट का कानून मंत्री ने क्यों स्वागत किया है ?

न्यूज़ डेस्क केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन मेघवाल ने देशद्रोह पर लॉ कमीशन की उस रिपोर्ट...

कर्नाटक में फ्री बिजली अनाज और बेरोजगारों को 3000 महीना देगी कांग्रेस सरकार, चुनाव में क्या था वायदा

बीरेंद्र कुमार झा कर्नाटक में सरकार गठन के बाद अब मुख्यमंत्री सिद्धारमैया अपने पांच गारंटी...

जानिए बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दर्ज एफआईआर ब्योरे का सच !

न्यूज़ डेस्क बीजेपी सांसद और कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाड़...

एकजुट होकर लड़ेगी राजस्थान विधानसभा का चुनाव,क्या वाकई गहलोत और पायलट में हो गई सुलह?

बीरेंद्र कुमार झा राजस्थान में इस साल के अंत तक विधानसभा का चुनाव होना है।...

More like this

आखिर  देशद्रोह कानून पर लॉ कमीशन की रिपोर्ट का कानून मंत्री ने क्यों स्वागत किया है ?

न्यूज़ डेस्क केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन मेघवाल ने देशद्रोह पर लॉ कमीशन की उस रिपोर्ट...

कर्नाटक में फ्री बिजली अनाज और बेरोजगारों को 3000 महीना देगी कांग्रेस सरकार, चुनाव में क्या था वायदा

बीरेंद्र कुमार झा कर्नाटक में सरकार गठन के बाद अब मुख्यमंत्री सिद्धारमैया अपने पांच गारंटी...

जानिए बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दर्ज एफआईआर ब्योरे का सच !

न्यूज़ डेस्क बीजेपी सांसद और कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाड़...