बॉलीवुड की सदाबहार एक्ट्रेस रेखा ने अपनी प्रोफेशनल लाइफ में तो खूब सफलता अर्जित की।एक्ट्रेस आज भी दर्शकों के दिलों पर राज करती हैं। अपने को स्टार्स विनोद मेहरा आदि के साथ भी उन्होंने खूब सुर्खियां बटोरीं।अमिताभ के साथ उनके रोमांस के चर्चे तो उन दिनों गांवों की गलियों से लेकर शहरों के चौक चौराहों तक पर होती थीं ।यहां तक की इसी को आधार बनाकर बनी फिल्म शिलशिला ने बेमिसाल सफलता प्राप्त की,लेकिन वैवाहिक मामलों में वे उतना ही असफल रहीं।आइए जानते हैं उनकी पहली शादी में कहां कुछ गडबड ही गई थी मुकेश अग्रवाल की मौत से रेखा ti वैधव्य को प्राप्त हुई ही,इस व्याह को कराने वाले पंडित को भी भारी कीमत चुकानी पड़ी थी।
गौरतलब है कि रेखा ने दिल्ली बेस्ड बिजनेसमैन मुकेश अग्रवाल संग शादी की थी। दोनों की मुलाकात एक पार्टी में हुई थी। इस मुलाकात में ही मुकेश अग्रवाल रेखा के दीवाने हो गए थे।इनकी दीवानगी का यह आलम था कि दोनो ने अपनी मुलाकात के एक महीने के भीतर ही मंदिर में शादी कर ली थी।
सीनियर जर्नलिस्ट और राइटर यासिर उस्मान ने रेखा की बायोपिक ‘रेखा द अनटोल्ड स्टोरी’ में बताया है कि रेखा और मुकेश अग्रवाल को शादी की इतनी हड़बड़ी थी कि दोनों ने आधी रात में मंदिर खुलवाकर शादी करवा ली। इनका शादी करवाना पुजारी को भी काफी महंगा पड़ गया था।
किताब के मुताबिक वो 4 मार्च 1990 का दिन था, जब मुकेश अपनी कॉमन फ्रेंड सुरिंदर कौर के साथ अचानक रेखा के घर पहुंच गए थे और उन्हें शादी के लिए प्रपोज कर दिया था। कुछ देर सोचने के बाद रेखा भी शादी के लिए तैयार हो गई थी।
रेखा के हामी भरते ही मुकेश खुशी से झूम उठे और बोले अभी शादी कर लेते हैं।हालांकि उस वक्त दोनों के परिवार मुंबई में नहीं थे,लेकिन उन्होंने उसी दिन शादी करने की ठान ली। शाम हुई और रेखा रेड एंड गोल्डन कांजीवरम साड़ी और गहने पहनकर दुल्हन की तरह तैयार हो गई थीं। किताब में आगे लिखा है कि इसके बाद रेखा और मुकेश शादी के लिए जुहू में मंदिर की तलाश में निकल पड़े। वे इस्कॉन मंदिर पहुंचे लेकिन वहां काफी भीड़ मिली,जिसके बाद दोनों ने मुक्तेश्वर देवालय मंदिर में शादी करने का फैसला किया।
जब तब तक वे मंदिर पहुंचे तबताक रात के 10 बज चुके थे और मंदिर का पुजारी संजय भी सोने के लिए जा चुके थे।लेकिन मुकेश ने पुजारी को जगाया और कहा कि वे अभी शादी करना चाहते हैं। सामने रेखा को देखा तो पंडित जी भी हैरान रह गए और फिर पुजारी ने मंदिर का एक नियम तोड़कर रेखा और मुकेश अग्रवाल की शादी करवा दी थी।
इस मंदिर का नियम था कि आरती के बाद मंदिर के कपाट बंद होने पर नहीं खोले जाते थे,लेकिन पुजारी ने इस नियम को तोड़ा और आधी रात रेखा और मुकेश की शादी करवा दी। बाद में जब इस बात की जानकारी मंदिर प्रबंधन को लगी तो उन्होंने पुजारी संजय बोदास को मंदिर से निकाल दिया ।