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राजद के वरिष्ठ नेता श्याम रजक ने एक बार फिर से राजद से इस्तीफा दे दिया है। जानकारी के मुताबिक अब फिर से वे जदयू के साथ राजनीति करेंगे। पिछले दिनों ही उनकी मुलाकात नीतीश कुमार से हुई थी और उसके बाद ही यह कयास लगाए जा रहे थे कि श्याम रजक कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं।
पूर्व मंत्री और आरजेडी के राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक ने राजद की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उनके इस्तीफे की पुष्टि हो गयी। श्याम रजक ने राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को पार्टी से अपना इस्तीफा भेज दिया है।
श्याम रजक ने लालू यादव को भेजे पत्र में कहा गया है कि वे पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पद औऱ प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहे हैं। श्याम रजक ने अपने पत्र में लालू के लिए एक शेर भी लिखा है- “मैं शतरंज का शौकीन नहीं था, इसलिए धोखा खा गया। आप मोहरे चल रहे थे, मैं रिश्तेदारी निभा रहा था। ”
जदयू सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार श्याम रजक एक सितंबर को जदयू में शामिल होंगे। दरअसल एक सप्ताह पहले श्याम रजक ने मुख्यमंत्री आवास जाकर नीतीश कुमार से मुलाकात की थी।
नीतीश कुमार के साथ लंबे अर्से तक काम कर चुके श्याम रजक ने फिर से जदयू में शामिल होने की इच्छा जतायी। नीतीश कुमार ने उन्हें पार्टी में शामिल करने की मंजूरी दे दी है। श्याम रजक राजद के राष्ट्रीय महासचिव पद पर थे लेकिन पार्टी की मुख्यधारा से अलग कर दिये गये थे। ऐसे में उन्होंने पुराने घर में वापसी का रास्ता चुना है।
बता दें कि लालू-राबड़ी के साथ राजनीति शुरू करने वाले श्याम रजक लंबे समय तक राजद के शासन काल में मंत्री रहे। 2005 में राजद का शासन खत्म होने के बाद 2009 में श्याम रजक ने जदयू का दामन थाम लिया था।
2010 में वे नीतीश सरकार में मंत्री बनाये गये थे। 2020 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले श्याम रजक ने मंत्री पद औऱ जदयू की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था औऱ राजद में शामिल हो गये थे। लालू प्रसाद ने उन्हें 2020 के विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं दिया। किसी दूसरी जगह एडजस्ट भी नहीं किया।