हरियाणा में बीजेपी की पहली लिस्ट जारी होने के बाद नाराजगी का दौर शुरू हो चुका है। टिकट बंटवारे के बाद कई नेता नाराज हो गए हैं, इनमें से एक नाम कैबिनेट मंत्री रणजीत सिंह चौटाला का है।उन्होंने गुरूवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। बताया जा रहा है कि रानियां से टिकट कटने की वजह से उन्होंने यह फैसला लिया है।
रणजीत सिंह चौटाला ने कहा कि है कि वह किसी भी स्थिति में रानियां विधानसभा से चुनाव लड़ेंगे। बीजेपी ने मुझे डबवाली से चुनाव लड़ने का ऑफर दिया था, लेकिन मैंने स्वीकार नहीं किया।उन्होंने कहा कि रोड शो के माध्यम से मैं शक्ति प्रदर्शन करूंगा।भले ही किसी दूसरी पार्टी से चुनाव लड़ू या निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरूं, लेकिन चुनाव जरूर लड़ूंगा।
बुधवार को बीजेपी ने हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव के लिए 67 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी।इसमें 17 विधायकों और 8 मंत्रियों को दोबारा टिकट दी गयी। पार्टी ने 8 महिलाओं को भी इस बार चुनावी मैदान में उतारा है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी करनाल की जगह कुरुक्षेत्र के लाडवा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे। पार्टी के राष्ट्रीय सचिव ओम प्रकाश धनखड़ को बादली और अनिल विज को अंबाला कैंट से उम्मीदवार बनाया गया है।
बंसीलाल की पोती और किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी को तोशाम से बीजेपी ने टिकट दिया है।2019 के विधानसभा चुनाव में तोशाम से किरण चौधरी ने लगातार चौथी बार जीत दर्ज की थी। जेजेपी छोड़ कर बीजेपी में शामिल हुए देवेंद्र सिंह बबली और संजय कबलाना क्रमश: टोहाना और बेरी से चुनावी मैदान में नजर आएंगे। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती सिंह भी अटेली से चुनाव लड़ेंगी।कुलदीप बिश्नोई के बेटे भव्य बिश्नोई को नारनौंद से मैदान में उतारा गया है।