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मिशन 2024 को लेकर नीतीश कुमार की विपक्षी एकता, किन-किन नेताओं से मिले और क्या हुआ परिणाम

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बीरेंद्र कुमार झा

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मिशन 2024 को लेकर विभिन्न राज्यों के दौरे पर निकले हैं, जहां विपक्षी दल के नेताओं के साथ उनकी मुलाकात हो रही है। आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी को सत्ता से दूर रखने के उद्देश्य से नीतीश कुमार सभी विपक्षी दलों को एकजुट करने के लिए प्रयासरत हैं। जेडीयू ने बकायदा उन्हें इसके लिए अधिकृत किया है कि वह विपक्षी दलों को एकजुट कर तमाम दिग्गज नेताओं को एक साथ एक मंच पर लाएं और बीजेपी को सत्ता से बाहर रखें।

मुलाकातों का शुरुआती दौर

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने इस मुलाकात की शुरुआत पिछले वर्ष 2022 से ही कर दी थी 2022 के अगस्त महीने में सबसे पहले नीतीश कुमार ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव से मुलाकात की थी। केंद्र सरकार को सत्ता से बाहर करने की सहमति पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने सहमति जताई थी उसके बाद अगले ही महीने सितंबर 2022 में नीतीश कुमार ने दिल्ली का दौरा किया था और दिल्ली में उनकी मुलाकात शरद यादव, अरविंद केजरीवाल, डी राजा, सीताराम येचुरी और अखिलेश यादव जैसे दिग्गज नेताओं से हुई थी। इन सब ने नीतीश कुमार के विपक्षी एकता वाले मामले पर सैद्धांतिक सहमति जताई थी।

करीब 6 महीने तक नहीं हुई कोई यात्रा

सितंबर महीना के बाद करीब 6 महीने तक नीतीश कुमार द्वारा मुलाकातों का दौर ठंडा रहा।नीतीश कुमार फिर साल 2023 में सक्रिय हुए और अप्रैल महीने के 12 तारीख को इनकी मुलाकात कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से हुई।राहुल गांधी ने भारत के लिए साथ लड़ने की बात कही। 12 अप्रैल को ही नीतीश कुमार ने अरविंद केजरीवाल से भी मुलाकात की। केजरीवाल के साथ मिलकर दोनों ने सरकार बदलने का संदेश दिया।

ममता और अखिलेश से मिले

24 अप्रैल 2023 को नीतीश कुमार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव से मिले ममता बनर्जी ने कहा कि मैं बीजेपी को जीरे पर देखना चाहती हूं वही 7 मई 2023 को नीतीश कुमार की बात शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से हुई।

उड़ीसा और झारखंड के मुख्यमंत्री तथा शरद पवारऔर उद्धव से भी की मुलाकात

नीतीश कुमार 9 मई को उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से भुवनेश्वर में जाकर मिले। नवीन पटनायक से मुलाकात को उन्होंने गैर राजनीतिक बतलाया। उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी कहा कि नीतीश की उनसे गठबंधन की राजनीति को लेकर कोई बात नहीं हुई है। इसके बाद नीतीश कुमार ने पड़ोसी राज्य झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की।हेमंत सोरेन का साथ उन्हें मजबूती से मिला। इसके बाद 11 मई को नीतीश कुमार मुंबई गए।यहां शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और एनसीपी प्रमुख शरद पवार से उनकी मुलाकात हुई।दोनों नेताओं ने विपक्ष को एकजुट करने के प्रयास को सैद्धांतिक सहमति दी।

 

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