न्यूज़ डेस्क
पाकिस्तान में सत्ता परिवर्तन को लेकर खेल फिर से शुरू हो गया है। जिस तरह की राजनीति वहां चल रही है उससे साफ़ है कि आने वाले वक्त में शाहबाज की सरकार गिर भी सकती है।
बता दें कि शहबाज सरकार में शामिल बिलावल भुट्टो की पार्टी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने कहा है कि अगर पीटीआई के संस्थापक इमरान खान बातचीत करने के इच्छुक हों, तो उनकी पार्टी पूर्व प्रधानमंत्री के साथ बातचीत करने को तैयार है। इमरान खान फिलहाल जेल में बंद हैं।
पीपीपी के वरिष्ठ नेता खुर्शीद शाह ने बलूचिस्तान की प्रांतीय राजधानी क्वेटा में मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘‘ऐसा कहा जा रहा है कि पीटीआई संस्थापक बातचीत के लिए तैयार हैं। अगर इमरान खान बातचीत के लिए तैयार हैं तो यह सकारात्मक बात है।’’ शाह ने बातचीत की संभावना का स्वागत करते हुए इसे सकारात्मक घटनाक्रम बताया।
एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ ने खुर्शीद शाह के हवाले से कहा, ‘‘राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने हमेशा बातचीत के जरिए समस्याओं को सुलझाने की कोशिश की है और जरूरत पड़ने पर पीपीपी अपनी भूमिका निभाएगी।’’ शाह के बयान के बाद जल्द ही पीपीपी और पीटीआई के बीच बातचीत होने की संभावना जताई जा रही है।
पीपीपी की इमरान खान की पार्टी के साथ सहयोग करने की इच्छा, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेतृत्व वाली शहबाज शरीफ सरकार के खिलाफ पीटीआई के सख्त रुख अपनाने के बाद बढ़ी हुई राजनीतिक अस्थिरता के बीच सामने आई है। ऐसे में इस नए घटनाक्रम को देश में एक और सत्ता परिवर्तन की आहट माना जा रहा है।