बीरेंद्र कुमार
छत्रपति शाहूजी महाराज यूनिवर्सिटी कानपुर (सीएसजेएमयू) के कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक पर समाजवादी पार्टी का हमला जारी है। भ्रष्टाचार और कमीशन लेने के आरोपो के बीच 84 दिनों बाद फिर से वापस कैंपस में पहुंचे, प्रोफेसर विनय पाठक पर समाजवादी पार्टी विधायक अमिताभ बाजपेई ने पोस्टर जारी कर दिया है। पोस्टर में लिखा है कि प्रसन्नता का विषय है कि कानपुर के महान कुलपति प्रोफेसर विनय पाठक ससम्मान अपनी कुर्सी पर विराजमान हो गए हैं। यह सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति का नमूना है।
मोहन कुलपति कुर्सी पर विराजमान
समाजवादी पार्टी विधायक अमिताभ बाजपेई ने पोस्टर जारी करते हुए सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति का नमूना दिखाते हुए लिखा है कि या प्रसन्नता का विषय है कि कानपुर के महान कुलपति प्रोफ़ेसर विनय पाठक सम्मान सहित अपनी कुर्सी पर विराजमान हो गए हैं। यह सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति का एक नमूना है। इन्हें न पुलिस पकड़ पाई न सीबीआई, बधाई हो बधाई हो। जिन खड़ाऊ के साथ अभी तक कुर्सी चल रही थी,उसका गंगा में विसर्जन किया जाएगा। 25 जनवरी को गंगा नदी सरसैया घाट पर खड़ा होकर खड़ाऊ विसर्जन किए जाएंगे।।
मामले को लेकर समाजवादी विधायक बीजेपी सरकार पर हमलावर
समाजवादी पार्टी विधायक अमिताभ बाजपेई का कहना है कि कुलपति प्रोफेसर विनय पाठक एक बार फिर छत्रपति शाहूजी महाराज यूनिवर्सिटी (सीएसजेएमयू) की कुर्सी पर विराजमान हो गए हैं। जबकि प्रोफेसर विनय पाठक पर भ्रष्टाचार में शामिल होने के मामले में एफआइआर दर्ज है। सरकार ने न तो उनको इतने दिनों में निलंबित किया और ना ही जांच एजेंसियों ने उन्हें गिरफ्तार ही विकिया। यह सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति का जीता जागता उदाहरण है। सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त रहने वाले कुलपति पर कार्रवाई नहीं कर पाई और उल्टे उन्हें कुर्सी पर बिठा दिया गया है।
सीबीआई जांच के बावजूद कुलपति पद बरकरार
सीएसजेएमयू के कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप है। उनके खिलाफ लखनऊ के इंदिरा नगर थाने में एक एफ आई आर दर्ज भी है ,आरोप लगाया गया है की प्रोफेसर विनय पाठक ने आगरा विश्वविद्यालय में तैनाती के समय करोड़ का घोटाला किया है। साथ ही उन पर कई कंपनियों से कमीशन बाजी का भी आरोप लगा हुआ है। प्रोफेसर विनय पाठक के मामले में जांच पहले एसटीएफ के हाथों में थी लेकिन अब पूरी जांच सीबीआई कर रही है।
सीएसजेएमयू गेट पर कर चुके हैं प्रदर्शन
कुछ दिन पहले समाजवादी पार्टी विधायक अमिताभ बाजपेई ने सीएसजेएमयू गेट पर प्रोफेसर विनय पाठक के फोटो में माला पहनाकर और खड़ाऊ रखकर उसका सम्मान करते हुए धरना प्रदर्शन किया था। इस दौरान उन्होंने विनय पाठक के कारनामों को गिरा कर सरकार को घेरने का प्रयास किया था, लेकिन उनका प्रयास असफल रहा था।आखिरकार 84 दिनों बाद अब स प्रोफेसर विनय पाठक ने फिर से सीएसजेएमयू का चार्ज ले लिया है।