बीरेंद्र कुमार झा
बेंगलुरु में विपक्षी दलों की बैठक से पहले सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के साथ गठबंधन की किसी भी संभावना को खारिज कर दिया और कहा कि वामदल एवं कांग्रेस के साथ मिलकर धर्मनिरपेक्ष पार्टियां राज्य में बीजेपी और टीएमसी दोनों का मुकाबला करेगी।
2004 मॉडल को बताया बेहतर
विपक्षी दलों की बैठक के आयोजन स्थल पर संवाददाताओं से बातचीत में सीताराम येचुरी ने 2004 में हुए चुनाव के बाद बने गठबंधन का उल्लेख किया। येचुरी ने कहा कि हर राज्य में स्थिति अलग है। यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है कि मतों के विभाजन से बीजेपी को मिलने वाला लाभ कम से कम होना चाहिए। यह कोई नई बात नहीं है। 2004 में वामदलों के 61 लोकसभा सदस्य थे इनमें से 57 ने कांग्रेस उम्मीदवारों को हराया था। उस समय केंद्र में मनमोहन सिंह के नेतृत्व में सरकार बनी और 10 साल चली।
लोकसभा चुनाव में तृणमूल और सीपीएम का नहीं होगा गठबंधन
सीताराम येचुरी ने इस बात पर जोर कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में ममता बनर्जी की टीएमसी और सीपीएम का गठबंधन नहीं होगा। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी नेता ने कहा कि पश्चिम बंगाल में कांग्रेस और वामदलों के साथ मिलकर धर्मनिरपेक्ष पार्टियां बीजेपी और टीएमसी दोनों के खिलाफ लड़ेगी। उन्होंने कहा कि केंद्र में यह क्या स्वरूप लेगा उस बारे में बाद में निर्णय किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 2004 में केंद्र सरकार गठित करने के लिए जो रह अपनाई गई थी वैसा ही इसबर भी किया जाएगा।
बंगाल में टीएमसी और सीपीएम आमने-सामने, मीटिंग में साथ-साथ
पश्चिम बंगाल में टीएमसी और सीपीएम आमने-सामने हैं लेकिन विपक्षी दलों के गठबंधन को लेकर बेंगलुरु में हो रही बैठक में दोनों ही दलों के शीर्ष नेता भाग ले रहे हैं। कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और टीएमसी सहित 26 विपक्षी दलों के शीर्ष नेताओं की बेंगलुरु में दो दिवसीय मंथन सत्र चल रहा है। विपक्षी दल न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर काम शुरू कर सकते हैं।यहां से वे 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी का मुकाबला करने के लिए संयुक्त अभियान शुरू करने की घोषणा भी कर सकते हैं।