न्यूज़ डेस्क
विपक्षी एकता को लेकर कांग्रेस का बड़ा बयान सामने आया है। कांग्रेस महासचिव केसी बेणुगोपाल ने आज कहा कि कांग्रेस वह विपक्षी एकता को लेकर उतनी ही चिंतित हैं जितना की नीतीश कुमार। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष कई बार कह चुके हैं कि मौजूदा हालत में कांग्रेस अकेले इस सरकार से नहीं लड़ सकती। ऐसे में विपक्षी एकता जरुरी है। बता दें कि दो दिन पहले पटना में माले की सभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि हम सब कांग्रेस की तरफ ताक रहे हैं। कांग्रेस अगर विपक्षी एकता को आगे बढ़ाती है तो विपक्षी मिलकर बीजेपी को सौ सीटों पर घेरा जा सकता है। नीतीश कुमार के इस बयान के बाद कांग्रेस की तरफ से कई और प्रतिक्रियाएं आयी थी लेकिन आज बेणुगोपाल का बयान विपक्षी एकता को लेकर साफ़ संकेत दे रहे हैं।
केसी वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस किसी भी कीमत पर लड़ेगी, लेकिन हमें इस अलोकतांत्रिक, तानाशाही सरकार के खिलाफ लड़ने के लिए विपक्षी एकता की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ’50 अंडर 50′ उदयपुर चिंतन शिविर का एक फैसला है। चिंतन शिविर घोषणा के बाद हम एक-एक पदाधिकारी को लेकर बहुत सतर्क हैं। 50 वर्ष से कम आयु के युवाओं का पर्याप्त प्रतिनिधित्व होना चाहिए। कांग्रेस महासचिव ने कहा कि हम इसे एक पखवाड़े में नहीं कर सकते। लक्ष्य की पूर्ण पूर्ति के लिए कुछ समय की आवश्यकता है, लेकिन हम प्रक्रिया में हैं। हमारा स्पष्ट मत है कि 50% पदाधिकारियों की आयु 50 वर्ष से कम होनी चाहिए।
बता दें कि कांग्रेस संचालन समिति की रायपुर में 24 फरवरी को बैठक होगी। पार्टी ने 1338 निर्वाचित और 487 सहयोजित एआईसीसी सदस्यों के नामों को मंजूरी दे दी है, जो बैठक में भाग लेंगे। पूर्ण सत्र 2023 में आगामी विधानसभा चुनाव और 2024 में आम चुनाव के रोडमैप पर चर्चा होगी। इसमें लगभग 15,000 लोग उपस्थित होंगे, जिनमें 3,000 सहयोजित पीसीसी प्रतिनिधियों के साथ 9,915 पीसीसी प्रतिनिधि शामिल हैं। अन्य में पार्टी के जिला अध्यक्ष और 120 लोग शामिल होंगे, जो भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी के साथ चले और फ्रंटल संगठनों के पदाधिकारी भी शामिल होंगे।