बीरेंद्र कुमार झा
कांग्रेस आलाकमान ने आज मध्य प्रदेश,छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में पार्टी उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। लेकिन कांग्रेस के सबसे कठिन माने जा रहे हैं राजस्थान के लिए यह ऐलान नहीं किया गया।यहां यह लिस्ट होल्ड है,फिलहाल इसे जारी नहीं की गई है ।मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेट वरिष्ठ नेता दिल्ली में ही हैं। लेकिन चर्चा यह भी है कि गहलोत और पायलट में कुछ विधायकों के नाम को लेकर मतभेद है । दरअसल सचिन पायलट चाहते हैं कि बीएसपी से कांग्रेस में शामिल हुए और निर्दलीय विधायकों को टिकट कम दिए जाएं,जबकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कह चुके हैं कि उनकी सरकार को गिरने से बचाने वाले विधायकों के टिकट नहीं कटने चाहिए।
टिकट सर्वे के आधार पर मिलेंगे
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत चाहते हैं कि संकट के साथियों को टिकट दिया जाए। यह मुद्दा फिलहाल सुलझ नहीं पाया है।हालांकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिल्ली दौर के दौरान कहा कि बहुत लंबे समय के बाद आरपीसीसी स्क्रीनिंग कमेटी को जिलों में जाकर फीडबैक लेने को कहा गया।ऐसे में टिकट सर्वे और फीडबैक के आधार पर दी जाएगी। सरकार के खिलाफ कोई लहर नहीं है। लोगों को हमसे कोई शिकायत नहीं है।अगर किसी विधायक के खिलाफ कोई शिकायत आती है,तो फिर सर्वे और फीडबैक के आधार पर टिकट दी जाएगी।माना जा रहा है कि बीएसपी से कांग्रेस में शामिल हुए विधायकों की सर्वे रिपोर्ट ठीक नहीं है।इसी प्रकार से निर्दलीय विधायकों की सर्वे रिपोर्ट भी अनुकूल नहीं है। ऐसे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कोई बीच का रास्ता निकाल सकते हैं।
पायलट समर्सकों पर लटकी तलवार
उल्लेखनीय की पार्टी वाला कमान ने इस बार साफ कर दिया है कि किसी गुट से जुड़े व्यक्ति को टिकट नहीं मिलेगा। सिर्फ जिताऊ उम्मीदवार को ही टिकट दिया जाएगा। ऐसे में चर्चा यह भी है कि सचिन पायलट समर्थक माने जाने वाले विधायकों की टिकट काटे जा सकते हैं। इसमें दौसा से मंत्री मुरारी लाल मीणा और बांदीकुई से विधायक जी आर खटाणा का भी पेंच फंसा हुआ है।lदरअसल खटाना के खिलाफ बांदीकुई में माहौल नहीं बन पा रहा है, लोग उनसे नाराज बताए जा रहे हैं दूसरी तरफ चर्चा यह भी है कि दोनों सीटों पर अदला-बदली हो सकती है। मतलब मुरारी लाल मीणा को बांदीकुई से टिकट दिया जा सकता है मुरारी लाल पहले भी बांदीकुई से विधायक रह चुके हैं।