बीरेंद्र कुमार झा
भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों खासतौर पर पसमांदा मुस्लिम तक सरकार की योजनाओं को पहुंचाने और उन्हें बीजेपी के पक्ष में करने के लिए देशव्यापी यात्रा शुरू करने जा रही है ।यह यात्रा पार्टी का अल्पसंख्यक मोर्चा निकालेगा जिसे ‘ सम्मान के साथ उत्थान के लिए पसमांदा स्नेह सम्मान यात्रा’ नाम दिया गया है। मोर्चा इस यात्रा की शुरुआत पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि 27 जुलाई से करेगी। इस यात्रा के साथ बीजेपी लोकसभा उन 65 क्षेत्रों में पहुंचेगी जहां अकोसंख्यकों की आबादी 30%से ज्यादा है।
अल्पसंख्यक मोर्चा की गुरुवार को दिल्ली में हुई बैठक के बाद मोर्चा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी यासिर जिलानी ने बताया कि मोर्चा ने इस यात्रा का प्रस्ताव केंद्रीय नेतृत्व को भेजा है और इसकी तैयारी शुरू कर दी है। दिल्ली से शुरू होने वाली इस यात्रा का नेतृत्व मोर्चा के अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी करेंगे ।यह यात्रा लगभग 3 महीने चलेगी। इसका समापन भोपाल में किए जाने पर विचार चल रहा है।
बीजेपी कार्यकारिणी के एजेंडे में है पसमांदा मुस्लिम
इस बार बीजेपी का जोर पसमांदा मुसलमानों को अपने साथ जोड़ने पर ज्यादा है। बीते 1 साल से बीजेपी ने इस दिशा में काफी काम किया है ।सबसे पहले हैदराबाद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में इसे भावी एजेंडे में शामिल किया गया था। हाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भोपाल में एक कार्यक्रम में पसमांदा मुसलमानों को लेकर अपनी चिंता जताई थी और कहा था कि मुस्लिम समाज ही अपने इस सबसे बड़े वर्ग की अनदेखी कर रहा है।अबतक इसे सिर्फ वोट बैंक समझा गया है।
डॉ एपीजे कलाम की पुण्य तिथि से शुरू होगी यह यात्रा
मोर्चा के अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने कहा है कि डॉ एपीजे अब्दुल कलाम देश के नायक हैं। सिद्धकी का कहना है कि हमारे आदर्श टीपू सुल्तान नहीं, डॉ एपीजे अब्दुल कलाम है। यही कारण है क्यूंकि पुण्य तिथि से इस यात्रा की शुरुआत की जा रही है। उन्होंने कहा कि विभिन्न दलों के लोग खुद को मुसलमानों का नेता बताने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वे केवल वोट बैंक के लिए ही मुसलमानों का इस्तेमाल करते हैं।
देश के हर मुस्लिम बहुल क्षेत्र पहुंचेगी यह यात्रा
इस यात्रा के जरिए बीजेपी देश में 30% से ज्यादा अल्पसंख्यक की आबादी वाले 65 लोकसभा सीटों तक पहुंचेगी। इसमें से 90 फ़ीसदी मुस्लिम आबादी वाला श्रीनगर, अनंतनाग और बारामूला की सीटें भी शामिल है।इन 65 सीटों में असम के साथ बिहार की चार, दिल्ली की दो, गोवा की दो, हरियाणा की दो, जम्मू कश्मीर की 5, केरल की 8, लद्दाख की एक, महाराष्ट्र की दो, मध्यप्रदेश की तीन, तेलंगाना की दो ,तमिलनाडु की एक,तथा उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल की 13 सीटें शामिल हैं। मोर्चा का कहना है कि मुसलमानों के साथ सभी अल्पसंख्यकों बौद्ध, सिख ,जैन पारसी और इसाई के साथ संपर्क व संवाद करेगा।