न्यूज़ डेस्क
यह बात और है कि लोकसभा चुनाव के नतजे कल चार तारीख को ही आएंगे लेकिन एग्जिट पोल आने के बाद दोनों बड़े गठबंधन के भीतर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। कुछ मामलों को लेकर कल रविवार को ही इंडिया गठबंधन के नेता चुनाव आयोग के पास पहुंचे और बाद के नेता भी अपनी मांगों को लेकर चुनाव आयोग पहुँच गए।
बता दें कि केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने मीडिया को बताया कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल निर्वाचन आयोग से मिला।
उन्होंने कहा, हमने चार मांगें चुनाव आयोग के सामने रखी हैं। हमने चुनाव आयोग से मांग की है कि काउंटिंग प्रक्रिया में लगे अधिकारियों को प्रक्रिया की पूरी जानकारियां दी जाएं। उनकी ट्रेनिंग अच्छे तरीके से की जाए। काउंटिंग प्रक्रिया से जुड़े छोटे से छोटे जो विषय हैं, उनको बड़े गंभीरता से लिया जाए। जिससे किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो।
साथ ही काउंटिंग प्रक्रिया से जुड़े हर व्यक्ति की सुरक्षा को ध्यान में रखा जाए। चुनाव आयोग से हमने मांग की है कि वोटों की गिनती सही हो। साथ ही इसमें किसी तरह की हिंसा न हो और राज्य सरकारों का दखल भी न रहे।
इसके अलावा हमने उनसे कहा कि सिविल सोसायटी के कुछ लोग चुनाव प्रक्रिया पर गलतफहमी फैलाने का प्रयास कर रहे हैं, उन पर पैनी नजर रखी जाए। उन्होंने चुनावी प्रक्रिया को कमजोर करने के व्यवस्थित प्रयासों का संज्ञान लेने और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की भी मांग की।
बता दें कि इससे पहले इंडिया गठबंधन के नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को चुनाव आयोग से मुलाकात की थी। विपक्षी नेताओं ने चार जून को लोकसभा चुनाव की मतगणना के दौरान सभी दिशानिर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करने का आग्रह किया था।