बीरेंद्र कुमार झा
संसद की सुरक्षा में चूक के मामले में विपक्षी सांसद गृह मंत्री के बयान और आरोपियों के पास जारी करने वाले बीजेपी सांसद के खिलाफ एक्शन की मांग कर रहे थे।हंगामा करने और आसन का अपमान करने के आरोप में अब तक विपक्ष के 15 सांसदों को सस्पेंड कर दिया गया है। संसद से जिन 15 सांसदों को सस्पेंड किया गया है, उनमें से कांग्रेस के 9, सीपीएम के 2,डीएमके के 2 सीपीआई पार्टी के 1 और टीएमसी के 1सांसद है।
प्रहलाद जोशी ने लाया निलंबन का प्रस्ताव
इन सांसदों के निलंबन का प्रस्ताव संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी के द्वारा लाया गया था, जिसे स्पीकर की कुर्सी पर विराजमान भर्तीहरी महताब ने पारित कर दिया। इन सांसदों को शीतकालीन सत्र के बचे हुए दोनों के लिए निलंबित किया गया है इस दौरान विपक्ष के सांसद लगातार सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए देखे गये।
इंडिया गंठबंधन की मांग
संसद की चूक वाली घटना को लेकर आज गुरुवार को विपक्षी राजनीतिक दलों के गठबंधन इंडिया के घटक दलों की भी बैठक हुई इसमें उन्होंने निम्नलिखित मांग की –
1 कल संसद में हुई बेहद गंभीर और खतरनाक सुरक्षा चौक पर दोनों सदनों में गृह मंत्री विस्तृत बयान दे और उसके बाद इस पर चर्चा हो।
2 घुसपैठ करने वालों को विजिटर पास दिलवाने वाले बीजेपी सांसद प्रताप सिंह के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।
संसद चूक की घटना पर राजनीति नहीं हो
आज गुरुवार को संसद के शुरू होते ही लोकसभा और राज्यसभा दोनों ही सदनों में विपक्षी गठबंधन इंडिया के द्वारा सरकार की क्षमता पर सवाल उठाते हुए गृह मंत्री के बयान न देने के मामले पर खूब बवाल मचाया गया।इसके प्रत्युत्तर में संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने सांसदों से इस मामले का राजनीतिकरण न करने की अपील की उन्होंने अपने सरकार का बचाव करते हुए कहा की ऐसी घटनाएं घट जाती है। कांग्रेस के शासनकाल में भी इस प्रकार की घटी कई घटनाओं का उल्लेख करते हुए उन्होंने इस बात का भरोसा दिलाया की ऐसे मामले को स्पीकर के द्वारा देखा जाता है और स्पीकर ने मामले को सक्षम जांच एजेंसी को सौंप दिया है। साथ ही सरकार भी इसे लेकर काफी चिंतित है।उनके इस वक्तव्य के बाद सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया।