न्यूज़ डेस्क
रुसी राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन पर बड़ा हमला किया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने दावा किया है कि रूस ने सौ मिसाइलों के गोले दागे हैं जिससे कई शहर की बिजली गायब हो गई है और चार लोग मारे भी गए हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेनी अधिकारियों ने बताया कि रूस ने सोमवार रात को यूक्रेन में बिजली ग्रिडों को निशाना बनाकर “बड़े पैमाने पर” मिसाइल और ड्रोन हमला किया गया है। जिससे कम से कम 4 लोगों की मौत हो गई और कई शहरों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई।
उधर, यूक्रेन की वायु सेना ने कहा कि उसने देश के लगभग सभी इलाकों को निशाना बनाते हुए दर्जनों मिसाइलों और ड्रोनों का पता लगाया है। जिनमें खार्किव और द्निप्रो के अग्रिम पूर्वी क्षेत्रों से लेकर दक्षिणी बंदरगाह शहर ओडेसा और राजधानी कीव तक शामिल हैं।
इस दौरान यूक्रेन के प्रधानमंत्री डेनिस श्म्यहाल ने सोमवार को टेलीग्राम पर लिखा, “रूसी आतंकवादियों ने एक बार फिर बिजली ग्रिडों को निशाना बनाया है। उन्होंने कहा कि ड्रोन, क्रूज मिसाइलों और हाइपरसोनिक मिसाइलों के साथ कम से कम 15 इलाकों को निशाना बनाया गया।
पीएम शम्यहाल ने कहा कि यूक्रेन की राष्ट्रीय ऊर्जा कंपनी, उक्रेनेर्गो को सिस्टम को स्थिर करने के लिए आपातकालीन बिजली कटौती लागू करने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
यास्नो ऊर्जा कंपनी के मुख्य कार्यकारी सेरही कोवलेंको के अनुसार, कीव और द्निप्रो सहित कई शहरों में बिजली कटौती दर्ज की गई है। दरअसल, रूसी मिसाइलों ने यूक्रेन के शहरों और बिजली ग्रिडों पर रात में घातक हवाई हमला किया था।
सबसे हैरत की बात है कि रूस की ओर से यूक्रेन पर मिसाइलें और ड्रोन तब दागे गए हैं, जब दो दिन पहले भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी कीव पहुंचे थे। वहां उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति से मिलने के बाद कहा था कि दोनों देश बिना समय गंवाए बातचीत शुरू करें, ताकि संघर्ष का हल निकल सके।
बता दें कि भारतीय पीएम ने मरियिंस्की पैलेस में कहा था, “दोनों पक्षों को एक साथ बैठना चाहिए और इस संकट से बाहर आने के रास्ते तलाशने होंगे। जब मैंने बच्चों की स्मृति में बनाए उस म्यूजियम को देखा, श्रद्धा सुमन अर्पित किया तो मेरा मन भरा हुआ था। दिल को गहरी चोट पहुंची हुई थी। मुझे लगता है कि युद्ध में सबसे ज्यादा निर्दोष बच्चे ही प्रभावित होते हैं, ये बहुत दर्दनाक है। इस प्रकार की घटनाएं कतई स्वीकार नहीं हो सकती। दुनिया में कोई भी मानवीय मूल पर विश्वास करने वाला व्यक्ति इसको स्वीकार नहीं कर सकता। “