विकास कुमार
केंद्र सरकार ने स्मार्टफोन में इस्तेमाल होने वाले कुछ पार्ट्स पर इम्पोर्ट ड्यूटी 15 से घटाकर 10 फीसदी कर दिया है। इससे देश में मैन्युफैक्चरिंग करने वाली स्मार्टफोन कंपनियों को फायदा होगा। सैमसंग, एप्पल और शिओमी जैसी कंपनियों को इसमें सीधा फायदा मिलेगा।
फाइनेंस मिनिस्ट्री की ओर से नोटिफिकेशन जारी किया गया है। सरकार ने बैटरी कवर, मेन कैमरा लेंस, बैक कवर, प्लास्टिक और मेटल के अन्य मैकेनिकल आइटम्स पर छूट दी है। वहीं जीएसएम एंटीना और अन्य पार्ट्स पर इम्पोर्ट ड्यूटी घटाकर 10 फीसदी कर दी गई है।
सरकार ने एप्पल,शिओमी,सैमसंग और वीवो जैसी कंपनियों को स्मार्टफोन्स की असेंबलिंग बढ़ाने का इंसेंटिव दिया है। सरकार पहले से महंगे स्मार्टफोन्स बनाने में इस्तेमाल होने वाले कंपोनेंट्स पर इम्पोर्ट ड्यूटी कम करने पर विचार कर रही थी। इंडिया सेल्युलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन ने एक स्टेटमेंट में बताया था कि। इस फैसले से देश में स्मार्टफोन्स की मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा मिलेगा।
पिछले फाइनेंशियल ईयर में देश से स्मार्टफोन्स का एक्सपोर्ट ग्यारह दशमलव एक अरब डॉलर रहा था। मौजूदा फाइनेंशियल ईयर में ये बढ़कर 15 अरब डॉलर होने की संभावना है। पिछले वर्ष केंद्र सरकार ने हार्डवेयर की देश में मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने के लिए बड़ा फैसला लिया था। सरकार ने 17 हजार करोड़ रुपए के इंसेंटिव वाली प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम को मंजूरी दी थी। प्रीमियम स्मार्टफोन मार्केट में बड़ी हिस्सेदारी रखने वाले अमेरिकी कंपनी एप्पल ने भी भारत में मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने की योजना बनाई है। कंपनी ने चीन में अपनी मैन्युफैक्चरिंग का बड़ा हिस्सा भारत में शिफ्ट करने की तैयारी की है। पिछले साल एपल ने देश में दो रिटेल स्टोर्स भी खोले थे। एचपी ने भी देश में क्रोमबुक लैपटॉप बनाने के लिए गूगल के साथ पार्टनरशिप की है। साफ है कि सरकार के फैसले से देश से स्मार्टफोन्स के एक्सपोर्ट को बढ़ावा मिलेगा।