न्यूज डेस्क
महिला पहलवानों को समर्थन देने के लिए अब देश के कई हिस्सों से लोग पहुंच रहे हैं । इनमे खापें तो है ही कई सामाजिक और महिला संगठन भी मैदान में उतर रहे हैं।सबके निशाने पर सरकार और इनकी नीतियां है। उधर ,दिल्ली के जंतर-मंतर पर अपनी मांगों को लेकर पहलवानों का धरना जारी है। पहलवान भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरने पर बैठे हैं। पहलवानों ने बृजभूषण पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। अब पहलवानों के समर्थन में हरियाणा की कई खापों, महिला संगठनों और संयुक्त किसान मोर्चा सामने आ गए हैं। आज कई संगठन से जुड़े लोग दिल्ली पहुंच रहे हैं।
जींद की प्रसिद्ध कंडेला खाप के प्रमुख ओम प्रकाश कंडेला ने कहा कि पहलवान पूरे देश के होते हैं और पहलवान की कोई जाति, धर्म और क्षेत्र नहीं होता। उन्होंने आगे कहा कि अपनी बेटियों और उनके भविष्य के लिए हम आज दिल्ली पहुंचेंगे और पहलवानों के विरोध में शामिल होंगे।
खबर के मुताबिक, ओम प्रकाश कंडेला ने ‘सवाल किया कि इससे पहले हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह पर यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज किया गया था और राज्य सरकार ने उन्हें बचाने की कोशिश की थी। बृजभूषण के मामले में भी ऐसा ही किया जा रहा है। जिनको केंद्र सरकार का समर्थन हासिल है। एफआईआर क्यों नहीं दर्ज की गई?’
वहीं फोगट खाप के प्रमुख बलवंत नंबरदार ने कहा कि ‘हरियाणा की खाप बड़ी संख्या में दिल्ली पहुंचेंगी और पहलवानों के साथ रहेंगी।’ उन्होंने कहा कि ‘हमने अपने बच्चों का समर्थन किया है और हमें उन पर भरोसा है। आरोपों की गंभीरता को देखते हुए डब्ल्यूएफआई प्रमुख को इस्तीफा दे देना चाहिए और जांच का सामना करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें सुप्रीम कोर्ट से काफी उम्मीदें हैं।
दूसरी ओर सैकड़ों महिला कार्यकर्ता रोहतक में जुटीं और केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। पूर्व राष्ट्रीय खिलाड़ी और कार्यकर्ता जगमती सांगवान ने कहा कि खेलों में महिला सुरक्षा के प्रावधान लाने की जरूरत है।