न्यूज डेस्क
पैरालंपिक में भारत का कमाल का प्रदर्शन जारी है भारतीय एथलीटों ने पैरालंपिक गेम्स 2024 के 5वें दिन इतिहास रच दिया। भारत ने पैरालंपिक में सोमवार को कुल 8 मेडल जीत लिए हैं। इससे पहले पैरालंपिक के इतिहास में भारत ने एक ही दिन इतने मेडल नहीं जीते थे। इसी के साथ भारत के पास अब कुल 15 मेडल हो गए हैं। जिसके कारण हमें मेडल टैली में फायदा हुआ है। भारत अब 15वें स्थान पर है। 5वें दिन का खेल शुरू होने से पहले भारत के पास 7 मेडल थे और वह 27वें स्थान पर थे।
पेरिस पैरालंपिक के पांचवें दिन सुमित अंतिल ने जैवलिन थ्रो में रिकॉर्ड 70.59 मीटर के थ्रो के साथ गोल्ड मेडल अपने नाम किया। यह भारत का दिन का सातवां पदक रहा। सुमित के अलावा इस स्पर्धा में भारत के संदीप और संदीप संजय सरगर भी हिस्सा ले रहे थे, संदीप जहां चौथे स्थान पर रहे तो संदीप सरगर सातवें स्थान पर रहे। सुमित से पहले तीरंदाज शीतल देवी और राकेश कुमार ने मिक्स्ड टीम कंपाउड ओपन में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था। यह भारत के लिए दिन का छठा पदक रहा।
सोमवार को ही भारत ने बैडमिंटन में पांच मेडल जीते। नितेश कुमार ने पुरुषों के मेंस सिंग्लस SL3 मैच में ब्रिटेन के डेनियल बेथेल को हराकर गोल्ड मेडल अपने नाम किया तो वहीं तुलसीमथी मुरुगेसन को महिला एकल में स्वर्ण पदक मैच में चीन की किउ ज़िया यांग के खिलाफ हारकर सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा। दिन का तीसरा मेडल मनीषा रामदास ने दिलाया। मनीषा ने डेमनार्क की कैथरीन रोसेनग्रेन को हराकर ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। जबकि सुहास यतिराज ने सिल्वर अपने नाम करके भारत को बैडमिंटन में चौथा पदक दिलाया है। सुहास को गोल्ड मेडल मैच में पुरुष एकल एसएल4 स्पर्धा के फाइनल में फ्रांस के लुकास माजूर से सीधे गेमों में हार का सामना करना पड़ा। दिन का आखिरी मेडल नित्या ने दिलाया, जिन्होंने ब्रॉन्ज जीता।
बता दें, ऐसा पहली बार हुआ है जब भारत ने लगातार दो पैरालंपिक खेलों में मेडल टैली में दहाई का आंकड़ा पार किया है। भारत ने टोक्यो में 19 पदक जीते थे। पेरिस में भारत अभी तक 15 पदक जीत चुका है।
मेडल टैली पर एक नजर डालें तो पहले स्थान पर चीन पहले स्थान पर है। उसके पास कुल 87 मेडल हैं। जिसमें 43 गोल्ड, 30 सिल्वर और 14 ब्रॉन्ज शामिल है। दूसरे स्थान पर ग्रेट ब्रिटेन है। उसने 29 गोल्ड, 15 सिल्वर और 10 ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं। तीसरे स्थान पर 42 मेडल के साथ अमेरिका मौजूद है। जिसमें 13 गोल्ड, 19 सिल्वर और 10 ब्रॉन्ज मेडल शमिल हैं।