विकास कुमार
वर्ल्ड कप फाइनल में टीम इंडिया की हार से डेढ़ अरब लोगों के दिल टूट गए हैं। ऑस्ट्रेलिया की मजबूत टीम ने भारत के तीसरी बार वर्ल्ड चैंपियन बनने का सपना तोड़ दिया है। ऐसे में अब हर शख्स भारत की हार की वजहों पर अपने अपने तरीके से चर्चा कर रहा है। वैसे रोहित शर्मा ने जिस अंदाज से टीम इंडिया को शुरूआत दी थी उससे प्रशंसकों में जीत की उम्मीद जगी थी,लेकिन रोहित शर्मा का आउट होना फाइनल मैच के लिए बड़ा टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ। वहीं विराट कोहली के आउट होते ही फाइनल मैच में भारत की रही सही उम्मीदें भी दम तोड़ गई। बैटिंग लाइन अप के फ्लॉप रहने की वजह से भी भारत की हार हुई। शुभमन गिल,श्रेयस अय्यर,सूर्य कुमार यादव और रविंद्र जडेजा ने अपनी बैटिंग से लोगों को निराश किया। इन चारों बल्लेबाजों ने फाइनल मैच में इंडिया की उम्मीदों को तोड़ दिया। जैसे तैसे करके भारत ने दो सौ चालीस रन का स्कोर खड़ा किया,लेकिन दूसरे इनिंग में पिच बल्लेबाजी के लिए आसान हो गई।
भारतीय बल्लेबाज महज दो सौ चालीस रन ही बना सके थे,ऐसे में भारतीय फील्डरों से कसी हुई फील्डिंग की उम्मीद थी। लेकिन टीम इंडिया के फील्डरों ने बड़े मौके पर निराश किया। भारतीय फील्डरों ने रन आउट के कई मौके गवाएं। के एल राहुल ने बढ़िया विकेट कीपिंग नहीं की और अंत में रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा।
वर्ल्ड कप के फाइनल मैच में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों के सामने हमारे बॉलर फ्लॉप साबित हुए।स्पिनर रवीन्द्र जडेजा और कुलदीप यादव उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर सके। वहीं मोहम्मद सिराज ने भी अपने परफारमेंस से निराश किया। वो तो भला हो जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी का जिन्होंने फैन्स को मुस्कुराने के कुछ लम्हे दे दिए।
ऑस्ट्रेलिया की जीत के हीरो ओपनर ट्रेविस हेड रहे,दरअसल, एक वक्त ऑस्ट्रेलिया के 3 बल्लेबाज 48 रनों तक पवेलियन लौट गए थे, लेकिन ट्रेविस हेड और मानस लबुशेन ने टीम इंडिया को कोई मौका नहीं दिया,ट्रेविस हेड ने एक सौ 20 गेंद पर एक सौ 37 रन ठोंक दिए,तो दूसरी छोर पर लबुशेन डटे रहे। ट्रेविस हेड और लबुशेन के बीच एक सौ 92 रनों की पार्टनरशिप हुई और भारत फाइनल मुकाबले में हार गया।
टीम इंडिया के बैट्समैन आक्रामक अंदाज नहीं दिखा सके। रोहित शर्मा को छोड़कर कोई भी बल्लेबाज रंग में नजर नहीं आया। आस्ट्रेलिया की बॉलिंग के सामने भारते के दिग्गज बल्लेबाजों ने घुटने टेक दिए और आखिरकार एकतरफा मुकाबले में भारत की हार के साथ करोड़ों लोगों का सपना बिखर गया।