उत्तर भारत का प्रसिद्ध त्योहार छठ महापर्व शुरू होने वाला है। महिलाएं छठ के लिए कई महीनों से अपनी तैयारियों में जुट जाती हैं। छठ के दौरान एक खास चीज की चर्चा रहती है,जी हां हम बात कर रहे हैं आल्ता की। इसे मेहंदी की तरह ही हाथों और पैरों में लगाया जाता है। यह लाल रंग का होता है। ज्यादातर सुहागन महिलाएं ही आल्ता लगाती हैं। हालांकि, बेहद कम लोगों को यह पता कि आलता का संबंध ‘राधा जी’ से है। हिंदू धर्म में माना जाता है की श्रीकृष्ण राधा जी के पैर और हाथों में आल्ता लगाते थे। इसलिए आलता को शुभ भी माना जाता है। इसे सुहाग की निशानी के तौर पर भी देखा जाता है। इसी लिए छठ के दौरान महिलाएं आल्ता लगाना ज्यादा पंसद करती हैं। हालांकि, ज्यादातर महिलाएं किसी खास अवसर पर ही आल्ता लगाती हैं। लेकिन भारत में आल्ता का उपयोग केवल कुछ ही राज्यों की महिलाएं करती हैं। इनमें उत्तर प्रदेश, बिहार उड़ीसा और बंगाल शामिल है।