Homeदेशनई संसद भवन में पेश होने वाला पहला विधेयक - महिला आरक्षण...

नई संसद भवन में पेश होने वाला पहला विधेयक – महिला आरक्षण विधेयक

Published on

- Advertisement -

 

बीरेंद्र कुमार झा

संसद के विशेष सत्र का आज दूसरा दिन है।सेंट्रल हॉल के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित करते हुए कहा कि संसद के पुरानी इमारत को अब संविधान सदन के रूप में जाना जाएगा।इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी की अगवाई में सभी सांसद नए संसद भवन की नई इमारत में आ गए।आज के इस ऐतिहासिक दिन से ही नए संसद भवन में कार्यवाही भी शुरू हो गई। आज लोकसभा में महिला आरक्षण विधेयक पेश किया गया ।सरकार के एजेंडे में महिला आरक्षण विधेयक है, जिसे कैबिनेट से कल ही मंजूरी मिल चुकी है।अब इसे लोकसभा और राज्य सभा से पारित किया जाना है।

लोकसभा में महिला आरक्षण विधेयक पेश

केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने लोकसभा में महिला आरक्षण विधेयक पेश कर दिया है।विधेयक के लोकसभा में पेश किए जाने के बाद विपक्ष के नेताओं ने विधेयक की कॉपी के लिए हंगामा करना शुरू कर दिया। विपक्ष के हंगामे को देखते हुए लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि विधेयक को वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है। अर्जुन राम मेघवाल ने भी यह बात दोहराई और कहां की वेबसाइट पर इस विधेयक को अपलोड कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि संविधान में संशोधन किए जा रहे हैं अब 33% सीटें दिल्ली में महिलाओं के लिए आरक्षित होगी।

अधीर रंजन की बात पर भड़के अमित शाह

केंद्रीय गृह मंत्रीअमित शाह ने कहा कि अधीर रंजन चौधरी ने तथ्यात्मक रूप से गलत बातें कही हैं। उनसे स्पष्टीकरण मांगी जाए।इसके बाद सदन में विपक्षी सांसदों ने नारे बाजी शुरू कर दी। अमित शाह ने कहा कि अधीर रंजन ने गलत कहा है कि पुराना महिला आरक्षण विधेयक अभी भी जिंदा है ।यह बिल लैप्स हो गया था। इसके अलावा उन्होंने कहा कि अधीर रंजन चौधरी ने कभी राजीव जी के जमाने में लोकसभा में बिल पारित होने की बात कही थी , यह भी गलत है। अगर लोकसभा कोई बिल पारित करता है और राज्यसभा उसे पारित नहीं करती है ,तो अवधि खत्म होने के बाद वह बिल लैप्स कर जाता है।

अधीर रंजन बोले कांग्रेस का महिला आरक्षण विधेयक अभी जिंदा है

अधिक रंजन चौधरी ने कहा की राजीव जी की सरकार, नरसिम्हा राव जी की सरकार और फिर डॉक्टर मनमोहन सिंह की सरकार ने महिला आरक्षण विधेयक को पास करने की कोशिश की थी कभी राज्यसभा में पास होता था ,तो लोकसभा में गिर जाता था।मनमोहन सिंह की सरकार में जो बिल आया वह आज तक जीवित है।हमारे सीडब्ल्यूसी की बैठक में मांग की गई है कि जो महिला आरक्षण के बिल है उसे पास किया जाए। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष माननीय सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री जी को इस संबंध में ईटी पत्र भी लिखा था हम फिर से इस मांग को दोहराते हैं।

प्रस्तावना पढ़ अधीर रंजन चौधरी ने किया मोदी सरकार पर हमला

अधीर रंजन चौधरी ने कहा हमारे लिए संविधान सर्वोपरि है। यह हमारे लिए गीता,कुरान और बाइबल से कम नहीं है। इसमें लिखा है सत्यमेव जयते। हम भी चाहते हैं कि सत्य की मार्ग पर हम आगे निकले और हमारे देश को सारी दुनिया में रोशन करें।प्रस्तावना में लिखा गया है ‘ वी द पीपुल आफ इंडिया,हैविंग सोलोमनी रिसॉल्व्ड ….. इसमें किसी विशेष धर्म के बारे में नहीं लिखा गया है।लिखा गया है वी द पीपल आफ इंडिया। पहले आर्टिकल में लिखा गया है कि इंडिया दैट इस भारत, शैल बी यूनियन ऑफ स्टेट।मतलब इंडिया और भारत में कोई अंतर नहीं है। इसमें जबरदस्ती कोई दरार ना हो तो अच्छा होगा। हम इस देश में हिंदू की बात तो सुनते ही हैं ,लेकिन इसमें हिंदुत्व भी आ जाएगा। इसकी चर्चा है। या मुद्दा हमारे देश के लिए ठीक नहीं होगा।

अधीर रंजन ने कहा हम सबका है या नया संसद भवन

लोकसभा में नेता विपक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हम देश को आगे ले जाएंगे, देश की ताकत को और बढ़ाएंगे क्योंकि हम यह मानकर चलते हैं कि मंजिल पर कर नईं मंजिल की तलाश कर, तुझे अगर दरिया मिल जाए तो समुंदर की तलाश कर ।यह हिंदुस्तान एक दिन में नहीं बना है। हजारों लाखों लोगों ने अपना खून पसीना बहाया तो हमारा देश आजाद हुआ। सारे सदन की ओर से हम उन सारे लोगों को श्रद्धांजलि देते हैं,जिन्होंने यह आजादी दिलाई है। यह आप लोगों का ही विरासत है। हमें पुराना संसद भवन भी देखने को मिला।अब नए संसद में हम सब मिलकर काम करेंगे। इसी मानसा के साथ यहां आए हैं। नए सदन की कल्पना नई नहीं है। हमारे पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार जी ने यह मुद्दा उठाया था और कहा था हमारा जो भवन चुप होकर रोते हैं, उन्हें नया करना चाहिए। हमारी महिला लोकसभा की अध्यक्ष रही सुमित्रा महाजन भी नए संसद की गुहार लगाती थी अच्छा हुआ देर सवेर नया संसद मिला है। जो सरकार आज सत्ता में है इसकी पहल के चलते नया संसद बना है। यह हम सब का है। किसी पार्टी का नहीं,किसी व्यक्ति का नहीं।पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू कहते थे कि देश में व्यक्ति पूजा नहीं होनी चाहिए।यह हमारे देश की संपदा है। अटल जी भी कहते थे कि होने ना होने का कार्यक्रम यूं ही चलता रहेगा,लेकिन हम रहेंगे या भ्रम भी सदा रहेंगे।

नारी शक्ति वंदन अधिनियम होगा नाम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारी सरकार आज एक प्रमुख संविधान संशोधन विधेयक प्रस्तुत कर रही है। इसका लक्ष्य लोकसभा और विधानसभा में महिलाओं की भागीदारी का विस्तार करने का है। नारी शक्ति वंदन अधिनियम के माध्यम से हमारा लोकतंत्र और मजबूत होगा।मैं देश की माता, बहनों और बेटियों को नारी शक्ति वंदन अधिनियम के लिए बधाई देता हूं।

महिला आरक्षण विधायक पर बोले प्रधानमंत्री मोदी

हर क्षेत्र में दुनिया महिलाओं की ताकत देख रही है।आज दुनिया महिला के प्रतिनिधित्व का स्वागत कर रही है। स्वीकार कर रही है।दुनिया समझ रही है कि सिर्फ महिलाओं की विकास की बात पर्याप्त नहीं है।अगर राष्ट्र के विकास यात्रा में नई मंजिलों को पाना है तो महिला आधारित विकास पर बल दें। जी- 20 में भारत की बात को विश्व स्वीकार किया है। नए सदन के नए सत्र के पहले भाषण में मैं विश्वास से कह रहा हूं कि आज का दिवस इतिहास में नाम दर्ज करने वाला समय है।हम सबके लिए यह पल गर्व का पल है।अनेक वर्षों से महिला आरक्षण के संबंध में चर्चाएं हुई हैं। बहुत वाद – विवाद हुए हैं।महिला आरक्षण को लेकर संसद में पहले भी प्रयास हुए हैं ।1996 में पहली बार इससे जुड़ा बिल पेश हुआ। अटल जी के कार्यकाल में कई बार यह बिल पेश किया गया। लेकिन उसे पास करने के लिए आंकड़े नहीं जुटा पाए और उनका सपना अधूरा रह गया। शायद ईश्वर ने ऐसे पवित्र काम के लिए मुझे चुना है। एक बार फिर हमारी सरकार ने इस दिशा में कदम बढ़ाया है। कैबिनेट में इस विधेयक को मंजूरी दी गई है ।आज 19 सितंबर की यह तारीख इसलिए इतिहास में अमरत्व को प्राप्त करने जा रही है।

पीएम मोदी ने क्या विपक्ष पर तंज

पीएम मोदी ने कहा कि हमारा भाव जैसा होता है,वैसा ही हम काम करते हैं ।भवन बदला है, हम चाहते हैं कि भाव भी बदले।नए भवन में हम सभी संविधान की आत्मा के मानदंडों को लेकर नई भावना को लेकर चलें।स्पीकर महोदय आप हम सब सांसदों के व्यवहार के विषय में कह रहे थे। मैं आश्वासन देता हूं कि मेरा पूरा सहयोग रहेगा।हम अनुशासन का पालन करें। देश हमें देख रहा है।लेकिन चुनाव तो दूर है, जितना समय हमारे पास बचा है, मैं पक्का मानता हूं कि यहां जो व्यवहार होगा वह निर्धारित करेगा कि कौन यहां बैठेगा और कौन वहां बैठेगा। जो वहां ही बैठा रहना चाहता है उसका व्यवहार क्या होगा और यहां बैठने वाले का व्यवहार क्या होगा इसका फर्क पूरा देश देखेगा।

 

Latest articles

दिग्गज अभिनेत्री वहीदा रहमान दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से होंगी सम्मानित !

न्यूज़ डेस्क सीने जगत की दिग्गज अदाकारा को  दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित...

सामने लोकसभा चुनाव और मुकदमों से कराहते विपक्षी दल क्या चुनाव जीतने लायक बचेंगे ?

न्यूज़ डेस्क इसमें कोई शक नहीं कि मौजूदा समय में बीजेपी से या एनडीए की...

रावण ने कुंभकरण,अहिरावण, मेघनाथ सबको उतार दिया था, बीजेपी की लिस्ट पर कांग्रेस

  बीरेंद्र कुमार झा मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी की दूसरी लिस्ट...

जानिए सुप्रीम कोर्ट में आज कितने महत्वपूर्ण केस पर होगी सुनवाई ?

न्यूज़ डेस्क सुप्रीम कोर्ट में आज कई महत्वपूर्ण केसों पर सुनवाई होने वाली है। इसमें...

More like this

दिग्गज अभिनेत्री वहीदा रहमान दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से होंगी सम्मानित !

न्यूज़ डेस्क सीने जगत की दिग्गज अदाकारा को  दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित...

सामने लोकसभा चुनाव और मुकदमों से कराहते विपक्षी दल क्या चुनाव जीतने लायक बचेंगे ?

न्यूज़ डेस्क इसमें कोई शक नहीं कि मौजूदा समय में बीजेपी से या एनडीए की...

रावण ने कुंभकरण,अहिरावण, मेघनाथ सबको उतार दिया था, बीजेपी की लिस्ट पर कांग्रेस

  बीरेंद्र कुमार झा मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी की दूसरी लिस्ट...