विकास कुमार
देश भर में गणेश चतुर्थी का त्योहार उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन गणपति जी की प्रतिमा को स्थापित किया जाता है। वैसे तो गणेश चतुर्थी के त्योहार का महाराष्ट्र में खास महत्व है,लेकिन अब इसकी रौनक पूरे देश में देखने को मिलती है। बिहार की राजधानी पटना में भी इस बार महाराष्ट्र मंडल ने मुंबई के लालबाग के राजा के तर्ज पर मूर्ति मंगवाई है। भगवान गणेश की इस मूर्ति को 30 लाख रुपए का हीरे का मुकुट पहनाया गया है। वहीं पंडाल को भव्य रूप देने के लिए उसे कई तरह के फूलों से सजाया गया है। पटना में गणेश चतुर्थी की पूजा के लिए मुंबई से ही पंडित की विशेष टीम भी बुलाई गई है।
वहीं पटना वालों को इस साल गणेश चतुर्थी पर मुंबई के गणेश चतुर्थी का एहसास दिलाने के लिए भव्य पंडाल का निर्माण किया गया है। इस पंडाल को कोलकाता और बेंगलुरु से मंगाए गए ग्यारह तरह के फूलों से सजाया गया है। इसमें ऑर्किड फ्लावर, गुलाब, चमेली, जिप्सी फ्लावर सहित कई अन्य तरह के फूल शामिल हैं। इसके बाद महाराष्ट्र मंडल की महिलाओं के द्वारा 22 सितंबर को कई कार्यक्रम किए जाएंगे। इस बार इसरो के मिशन चंद्रयान तीन की सफलता पर पंडाल का थीम रखा गया है। मुंबई के लालबाग के राजा की तर्ज पर बनी मूर्ति को पटना लेकर आने के लिए कई परत बबल प्लास्टिक का इस्तेमाल किया गया है। महाराष्ट्र मंडल द्वारा आयोजित गणेश पूजा को पटना में 50 सालों से मराठी लोगों के द्वारा मनाया जाता है और इस बार उत्साह के साथ बिहार के लोग भी इसमें भागीदारी निभा रहे हैं। उम्मीद है कि भगवान गणेश सभी लोगों के जीवन की विघ्न बाधा को हर लेंगे।