न्यूज़ डेस्क
धर्म नगरी अयोध्या में बन रहे अंतर्राष्ट्रीय श्रीराम हवाई अड्डे पर शुक्रवार को परीक्षण उड़ान का सफल ट्रायल किया गया।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 30 दिसम्बर को अंतर्राष्ट्रीय श्रीराम एयरपोर्ट के साथ अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन का उद्घाटन करेंगे। इसी को देखते हुए आज एयरपोर्ट पर फ्लाइट उतारकर ट्रायल किया गया।
अयोध्या का यह एयरपोर्ट भविष्य में सबसे व्यस्त एयरपोर्ट हो सकता है क्योंकि दुनिया भर के लोग अयोध्या आएंगे। इसलिए इस एयरपोर्ट को अति व्यस्त एयर पोर्ट के तौर पर ही बनाया जा रहा है। इसकी मजबूती और सुरक्षा को लेकर सभी सावधानियां बरती जा रही है।
22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी श्रीरामजन्मभूमि पर बन रहे दिव्य और भव्य राम मंदिर में रामलला का प्राण प्रतिष्ठा करेंगे, जिसको देखते हुए देश और विदेश के श्रद्धालुओं का अयोध्या आगमन होगा।
इस सिलसिले में 21 दिसम्बर को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने करीब साढ़े चार घंटा अयोध्या में रह करके भव्य मंदिर का निर्माण, अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन और अंतर्राष्ट्रीय श्रीराम एयरपोर्ट को बारीकी से देखा था। उसी दिन 30 दिसम्बर को ही प्रधानमंत्री एयरपोर्ट के निकट ही एक विशाल जनसभा को सम्बोधित करेंगे जो बनकर तैयार हो रहा है।
श्रीराम एयरपोर्ट के रनवे पर एयरक्राफ्ट को उतारकर सिविल एविएशन के अधिकारी ने एयरपोर्ट के अधिकारियों के साथ बैठक किया। 831 एकड़ में विकसित मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट का कार्य तीन फेजों में किया जाना है। फेज वन का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। 2200 मीटर लम्बे और 45 मीटर चौड़े रनवे का कार्य शत-प्रतिशत पूर्ण है। 6600 वर्ग मीटर क्षेत्र में टर्मिनल बिल्डिंग का कार्य पूर्ण हो चुका है।
फेज वन में आठ एयरक्राफ्टों के पार्किंग का कार्य भी पूर्ण हो चुका है, जिसकी लागत लगभग दो सौ बीस करोड़ से बढक़र अब 320 करोड़ तक पहुंचने की संभावना है। एयरपोर्ट तक पहुंचने के लिये राजमार्ग संख्या 330 अयोध्या-सुलतानपुर से फोरलेन से जोड़ा जा चुका है। फेज वन में ही विमानों के नाइट लैंडिंग की सुविधा उपलब्ध है।