सलाह दी थी।लेकिन इसके बावजूद कभी धार्मिक आधार पर तो कभी किसी अन्य आधार पर एक -दूसरे पर आक्षेप और प्रत्याक्षेप करने से बाज नहीं आ रहे हैं।इसी क्रम में नालंदा की सभा से पीएम मोदी के अयोध्या के राम मंदिर को लेकर आरजेडी और कांग्रेस पर दिए बयान पर आरजेडी पलटवार कर रही है।
तेजस्वी यादव ने किया पलटवार
नवादा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आरजेडी पर हमला बोलने के बाद तेजस्वी यादव ने भी पीएम मोदी पर पलटवार किया है। पीएम मोदी द्वारा सनातन विरोधी बताए जाने पर तेजस्वी यादव ने कहा कि तेजस्वी यादव ने कहा कि मेरे घर में मंदिर है, हम लोग पूजा नहीं करते हैं क्या? यह दिखाने वाली बात है क्या, कि हम क्या विरोधी हैं? जितने बीजेपी के नेता है, वह अपने आप को भगवान समझ रहे हैं क्या? उनका विरोध कर रहे हैं तो भगवान का विरोध कैसे हो गया? बीजेपी के लोग अपनी तुलना भगवान से ना करें। भगवान सब कुछ देख रहे हैं और सबको वही जाना है। भगवान जब न्याय करेंगे तब इन लोगों को पता चल जाएगा ।अपने आप को भगवान से तुलना ना करें।तेजस्वी यादव ने कहा कि पीएम के पास और कुछ नहीं है।उनके पास इस बात का क्या सबूत है? हम और आप हिंदू नहीं है क्या ?
कांग्रेस और आरजेडी के अड़चन लगाने के बावजूद बनाया भव्य राम मंदिर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बिहार के नवादा से बीजेपी के उम्मीदवार विवेक ठाकुर के प्रचार के लिए नवादा पहुंचे थे। यहां उन्होंने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले दिनों अयोध्या में बनी राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हुई ,जिसमें विपक्ष के कई दलों ने हिस्सा नहीं लिया।उन्होंने कहा कि मोदी ने गारंटी दी थी कि अयोध्या में रामलीला का भव्य मंदिर बनेगा।आज राम मंदिर का शिखर आसमान छू रहा है । जो 500 वर्षों में नहीं हो पाया, जिस राम मंदिर के निर्माण को रोकने की कांग्रेस और आरजेडी ने वर्षों तक कोशिश की,वह बनकर तैयार हो गया है। देशवासियों के पैसा से मंदिर बना है और देशवासियों ने इसे बनाया है।
प्रभु राम से दुश्मन है कैसी दुश्मनी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरजेडी और कांग्रेस को लेकर सवाल किया कि उनकी क्या दुश्मनी है प्रभु राम ,अयोध्या और हमारी विरासत से ?इन्होंने राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा का विरोध किया। इतना ही नहीं उनके मन में इतना जहर भरा हुआ है उनकी पार्टी के कुछ लोग प्राण प्रतिष्ठा में आ गए तो उनको 6 साल के लिए पार्टी से निकाल दिया।रामनवमी आ रही है। इन पाप करने वालों को भूलना मत। इसी पर प्रतिक्रिया देते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री को ऐसी बातें नहीं बोलनी चाहिए।