बीरेंद्र कुमार झा
28 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे। कांग्रेस समेत 21 दलों ने उद्घाटन समारोह के बायकॉट करने का ऐलान किया है। इस बीच नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर डाली गई याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया है। इस याचिका में नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से कराने की मांग की गई थी।
सुप्रीम कोर्ट ने लगाई फटकार
सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता को फटकार भी लगाई। कोर्ट ने सुनवाई से ही इनकार करते हुए कहा कि ऐसी याचिकाओं को देखना सुप्रीम कोर्ट का काम नहीं है। हम जानते हैं कि यह याचिका क्यों दायर की गई है।आपको खुश होना चाहिए कि आप पर जुर्माना नहीं लगाया जा रहा है।
याचिका में दी गई दलील
28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। उद्घाटन का ऐलान होने के बाद से ही विपक्ष लगातार सरकार का विरोध कर रहा है। 21 दलों ने उद्घाटन समारोह के बायकॉट करने का ऐलान किया है। शीर्ष न्यायालय में दायर जनहित याचिका (PIL) में मांग की गई थी कि सुप्रीम कोर्ट लोकसभा सचिवालय और भारत सरकार को निर्देश दे कि नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति से कराया जाए। यह याचिका सुप्रीम कोर्ट की वकील सीआर जया सुकिन ने दाखिल की थी।
वकील जया सुकिन ने अपनी याचिका में कहा था कि, ‘संसद भारत का सर्वोच्च विधायी निकाय है। भारतीय संसद में राष्ट्रपति और दो सदन, लोक सभा और राज्य सभा शामिल हैं। राष्ट्रपति के पास किसी भी सदन को बुलाने और सत्रावसान करने की शक्ति है,साथ ही संसद या लोकसभा को भंग करने की शक्ति भी राष्ट्रपति के पास ही है। याचिका में आगे कहा गया था कि, ‘राष्ट्रपति संसद का अभिन्न हिस्सा है। उन्हें संसद सत्र बुलाने का अधिकार है। उद्घाटन समारोह में राष्ट्रपति को आमंत्रित न करना संवैधानिक सिद्धांतो के खिलाफ है।’
विपक्ष की ये पार्टियां होंगी उद्घाटन समारोह में शामिल
प्रधानमंत्री द्वारा संसद के नए भवन को लेकर विपक्ष दो घड़े में बात गया है। विपक्ष में लोक जनशक्ति पार्टी (पासवान), बीजू जनता दल , बहुजन समाज पार्टी , तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा), युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी), अकाली दल और जनता दल सेक्यूलर (जेडीएस) ने नए संसद भवन के उद्घाटन में शामिल होने की पुष्टि की है। वही कांग्रेस समेत कुल 21 दलें ऐसी हैं जो नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार कर रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नए संसद भवन का उद्घाटन का वहिष्कार करने वाले राजनीतिक दल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संसद के नए भवन के उद्घाटन कार्यक्रम का बहिष्कार करने वाले राजनीतिक दलों में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, द्रविड़ मुनेत्र कड़गम, जनता दल यूनाइटेड, आम आदमी पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी,2 समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी,इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग ,झारखंड मुक्ति मोर्चा, नेशनल कांफ्रेंस, केरल कांग्रेस (मनी), रिवॉल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी, विदुथलाई चिरूथिगल कांची मारुमलार्ची, द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम और राष्ट्रीय लोक दल शामिल हैं।इसके अलावा ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने भी उद्घाटन समारोह के बहिष्कार करने की घोषणा की है।
कांग्रेस पर भड़के एच डी कुमारस्वामी
नए संसद भवन के उद्घाटन में हिस्सा लेने के पूर्व प्रधानमंत्री देवगौड़ा के फैसले पर कांग्रेस की ओर से सवाल उठाए जाने पर जनता दल (सेकुलर) के नेता एचडी कुमारस्वामी ने कहा है कि हम कांग्रेस के गुलाम नहीं हैं । हम अपना फैसला खुद लेंगे।