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एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने भतीजे अजित पवार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि किसी की महत्वाकांक्षा पुरे हो जाए यह सत्य नहीं। यह सपने की तरह ही है। अजित पवार की महत्वाकांक्षा भी किसे सपने से कम नहीं। उन्ही महत्वाकांक्षा है महाराष्ट्र के सीएम बनाने की लेकिन यह सब एक सपना बनकर ही रह जाएगी। सच तो यही है कि अजित पवार का महत्तवकांक्षा महज एक सपना है ,हकीकत में ऐसा कुछ भी नहीं होगा।
बता दें कि शरद पवार से एनसीपी में विभिन्न राजनीतिक उथल-पुथल पर चल रहे विवाद के बारे में पत्रकारों द्वारा पूछा गया था। जिसमें जुलाई का विद्रोह भी शामिल था, जब अजित पवार पार्टी को विभाजित करके तीसरे साथी के रूप में शिव सेना-भारतीय जनता पार्टी गठबंधन सरकार में शामिल हो गए थे और राज्य के उपमुख्यमंत्री बन गए थे। उन्ही सवालों का जवाब देते हुए शरद पवार ने ये सब बातें कही है।
बता दें कि 64 वर्षीय अजित पवार पहले ही कई मौकों पर सार्वजनिक रूप से अपनी महत्वाकांक्षाएं स्पष्ट कर चुके हैं कि डिप्टी सीएम का पद संभालने के बाद वह ‘प्रमोशन’ चाहते हैं और राज्य का सीएम बनने के लिए बहुत उत्सुक हैं। इसके बाद, कुछ मौकों पर उन्होंने यह कहते हुए व्यावहारिक रुख भी अपनाया कि यह तभी संभव होगा जब वह सीएम पद का दावा करने के लिए जादुई ‘संख्या के खेल’ पर खरे उतरेंगे।
हालांकि, शरद पवार का यह हालिया बयान उनके भतीजे की महत्वाकांक्षाओं और उनके कट्टर समर्थकों के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है। क्योंकि उनके कट्टर समर्थक भी उन्हें अगला नहीं तो भावी मुख्यमंत्री बनाने की वकालत कर रहे हैं। दरअसल, हाल के दिनों में अक्सर मुंबई, पुणे, नागपुर और अन्य जगहों पर अजित पवार को ‘भविष्य का सीएम’ घोषित करने वाले बैनर और पोस्टर लगाए गए हैं।
अजित पवार गुट की ओर से अभी तक शरद पवार के बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। एनसीपी के दोनों समूह शरद पवार द्वारा स्थापित 25 साल पुरानी पार्टी पर नियंत्रण के लिए चुनाव आयोग के समक्ष कानूनी लड़ाई में लगे हुए हैं। हाल में पार्टी पर अधिकार को लेकर आयोग में हुई सुनवाई के लिए शरद पवार भी दिल्ली पहुंचे थे।