न्यूज़ डेस्क
रूस और उक्रेन में युद्ध जारी है। इस युद्ध का खात्मा कब होगा कोई नहीं जानता। लेकिन अब रूस के निशाने पर अमेरिका सबसे ज्यादा है। जिस तरह से रूस और अमेरिका में तनाव बढ़ते ज रहे हैं उससे तो यही लगता है कि आने वाले समय में रूस और अमेरिका भीड़ जायेंगे। और ऐसा हुआ तो दुनिया का क्या होगा इसकी कल्पना ही की जा सकती है। फिलहाल रूस ने 500 अमेरिकी नागरिकों की एंट्री को बैन कर दिया है। इनमें पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा से लेकर टेलीविजन जगत की कई बड़ी हस्तियों के नाम शामिल हैं। रूसी विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि बाइडन प्रशासन की तरफ से बार-बार रूस पर लगाए जा रहे प्रतिबंधों के मद्देनजर अब पुतिन सरकार भी 500 अमेरिकियों के लिए अपने दरवाजे बंद कर रही है।
गौरतलब है कि रूस-यूक्रेन युद्ध के मद्देनजर अमेरिका लगातार रूसी कंपनियों और लोगों को अपनी ब्लैकलिस्ट में शामिल कर रहा है, जिससे रूसी अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाया जा सके। शुक्रवार को ही अमेरिका ने रूस से जुड़े 100 से ज्यादा संस्थानों और लोगों को प्रतिबंधित कर दिया था। हालांकि, रूस की तरफ से ऐसा कोई कदम काफी कम ही देखा गया।
अमेरिका के इन कदमों पर रूस के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि वॉशिंगटन को काफी पहले सीख लेना चाहिए था कि उसका कोई भी दुश्मनी वाला कदम बिना जवाब के नहीं होगा। जिन लोगों को रूस की तरफ से बैन किया गया है, उनमें टीवी होस्ट स्टीफन कोल्बर्ट, जिमी किमेल और सेथ मायर्स शामिल हैं। सीएनएन एंकर एरिन बर्नेट और एमएसएनबीसी प्रेजेंटर्स जो स्कारबरो के नाम भी लिस्ट में शामिल हैं।
रूस ने कहा है कि उसने अमेरिकी सांसदों और रूस के खिलाफ गलत जानकारी फैलाने वाले थिंक टैंक के लोगों को भी ब्लैकलिस्ट किया है। इसके अलावा यूक्रेन को हथियार सप्लाई करने वाली कंपनियों के प्रमुख अधिकारियों को भी प्रतिबंधित कर दिया गया है।
इसी बयान में रूस की ओर से कहा गया है कि उसकी तरफ से अमेरिकी पत्रकार इवान गोरशकोविच के लिए कॉन्स्युलर विजिट को मंजूरी नहीं दी है। इवान को इसी साल मार्च में जासूसी के आरोपों में गिरफ्तार किया गया था। इससे पहले अमेरिका ने भी संयुक्त राष्ट्र के सत्र के लिए आने वाले रूसी पत्रकारों और रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के लिए वीजा जारी करने से इनकार कर दिया था।


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