बीरेंद्र कुमार झा
एनडीए में अपने साथी घटक दल के साथ बीजेपी के रिश्ते में दरार लगती नजर आ रही है। राज्यों के घटक दल की बीजेपी से कई बातों पर नाराजगी सामने आ रही है। तमिलनाडु में सहयोगी अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK) से लेकर महाराष्ट्र शिवसेना शिंदे गुट के बीच कई बातों को लेकर दोनों दोनों दलों के बीच की नाराजगी सामने आ जा रही है। गौरतलब है कि यह सियासी घटनाक्रम ऐसे समय पर घट रहा है,जबकि बीजेपी 2024 लोकसभा चुनाव के लिए अपनी कवायद तेज कर रही है, और विपक्ष एकजुटता की बातें कर रहा है ।
तमिलनाडु में एआईएडीएमके से ठनने का कारण
तमिलनाडु बीजेपी के प्रमुख के अन्नामलाई ने राज्य की पहले की कई सरकारों को भ्रष्ट बताया था और उनसे साल 1991 से 1996 के दौर को लेकर सवाल किया था। गौरतलब है कि उस दौरान तमिलनाडु में दिवंगत जयललिता की सरकार थी। अब इस बात पर बीजेपी और एआईएडीएमके में नाराजगी बढ़ती नजर आ रही है। पूर्व मंत्री डी जयकुमार कुमार ने इस पर जमकर नाराजगी जाहिर की और दिल्ली नेतृत्व से इस पर सवाल किया है।
उन्होंने कहा कि क्या अन्नामलाई का मकसद है कि 2024 लोकसभा चुनाव में एआईएडीएमके – बीजेपी गठबंधन कोई सीट यहां न जीते और नरेंद्र मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री नहीं बनना चाहिए? क्या उनकी गतिविधियां इस तरफ नहीं जा रही हैं? उन्होंने अन्नामलाई के बयान को अस्वीकार्य बताया है।
हरियाणा में है जेजेपी नाराज
बीजेपी हरियाणा में जननायक जनता पार्टी के साथ सरकार में है और इस पार्टी के प्रमुख दुष्यंत चौटाला उपमुख्यमंत्री हैं। अब बीजेपी प्रदेश प्रभारी विप्लव कुमार देव की निर्दलीय विधायकों के साथ मुलाकात ने सियासी पारा बढ़ा दिया है ।साथ ही वह उचाना सीट से बीजेपी प्रत्याशी की जीत का दावा भी कर चुके हैं। गौरतलब है कि चौटाला का इस सीट पर प्रभाव है और वह यहां से मैदान में उतर सकते हैं।
कहा जा रहा है कि पहलवानों के विरोध प्रदर्शन ने भी दोनों दलों के बीच दूरी बढ़ाई है ।हालांकि दुष्यंत चौटाला और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर दोनों ही नेता मतभेद की अटकलों से इंकार कर रहे हैं।
महाराष्ट्र में भी चल रहा है तानातनी
पिछले वर्ष जून-जुलाई में सरकार में आए बीजेपी और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के समूह में बयान बाजी चलती रहती है। ताजा शंकट शिंदे समूह के मंत्रियों के प्रदर्शन को लेकर उठता नजर आ रहा है। सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि बीजेपी आलाकमान ने शिवसेना के कुछ मंत्रियों के काम करने के तरीकों और प्रदर्शन पर नाराजगी जताई है। ऐसे में दोनों दलों के बीच तकरार बढ़ने के आसार हैं।
डोंबिवली में स्थानीय बीजेपी नेताओं के प्रदर्शन ने भी दोनों दलों में नाराजगी पैदा की है। नौबत यहां तक आ गई थी कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के सांसद बेटे श्रीकांत शिंदे ने इस्तीफा तक देने की बात कह दी थी।

