न्यूज़ डेस्क
राजस्थान के करणपुर विधान सभा उपचुनाव परिणाम में आज कांग्रेस ने बीजेपी उम्मीदवार को हरा दिया। बीजेपी के लिए यह बड़ा झटका है। बता दें कि बीजेपी ने चुनाव से पहले ही राजस्थान की भजनलाल सरकार में अपने प्रतयाशी सुरेंद्र पाल सिंह टीटी को मंत्री बना दिया था। यह सब इसलिए किया गया था कि ताकि लोगों को लगे कि जनता जिसे चुनाव जीतकर भेजेगी वह पहले से ही मंत्री बना हुआ है। लेकिन जनता ने बीजेपी के दाव पर पानी फेर दिया। अब बीजेपी की चारो तरफ आलोचना की जा रही है।
राजस्थान में श्रीगंगानगर जिले की करणपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव में बीजेपी प्रत्याशी सुरेंद्र पाल सिंह टीटी 12570 वोटों से चुनाव हार गए हैं। बीजेपी की हार पर कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने तंज कसते हुए कहा कि श्रीकरणपुर की जनता ने बीजेपी के घमंड को तोड़ दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, “उपचुनाव के बीच बीजेपी ने सत्ता के अहंकार में चुनाव लड रहे प्रत्याशी को मंत्री बनाकर आचार संहिता का मज़ाक बना दिया था।
श्रीकरणपुर की जनता ने बीजेपी के घमंड को तोड़ दिया है। वहां से कांग्रेस प्रत्याशी श्री रुपिन्दर सिंह कुन्नर की जीत हुई है।” रमेश ने आगे लिखा, “बीजेपी के अहंकारी नेताओं को यह समझना होगा कि वे भले ही किसी को ‘मंत्री’ बना दें लेकिन ‘जनप्रतिनिधि’ तो जनता ही बनाती है।”
इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कुन्नर को बधाई दी। उन्होंने कहा, “श्रीकरणपुर में कांग्रेस प्रत्याशी रुपिंदर सिंह कुन्नर को जीत की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। श्रीकरणपुर की जनता ने भारतीय जनता पार्टी के अहंकार को हरा दिया है। जनता ने आचार संहिता की धज्जियां उड़ाने वाली बीजेपी को सबक सिखाया है।”
पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा, “बीजेपी की नई ‘पर्ची सरकार’ कांग्रेस की योजनाओं के नाम बदलती रही, वहीं, जनता ने अपने मंत्री बदल दिए।”
चुनाव से पहले भी यह सीट बीजेपी उम्मीदवार सुरेंद्र पाल सिंह टीटी को भजनलाल सरकार में मंत्री बनाए जाने के कारण चर्चा में बनी हुई है। टीटी को भजनलाल सरकार में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया था और चार महत्वपूर्ण विभाग भी दिए गए थे।
बता दें कि कांग्रेस उम्मीदवार गुरुमीत सिंह कुन्नर का निधन हो गया और इसलिए चुनाव रद्द कर दिया गया। कांग्रेस ने उनकी जगह गुरमीत सिंह कुन्नर के बेटे को मैदान में उतारा।