अखिलेश अखिल
हालांकि कांग्रेस की तरफ से इस बात की कोई जानकारी सामने नहीं आई है लेकिन इस बात की सम्भावना जताई जा रही है कि राहुल गाँधी केरल की वायनाड सीट अपनी बहन प्रियंका गाँधी के लिए छोड़ सकती है। इस बार के लोकसभा चुनाव में रहल गाँधी वायनाड और रायबरेली सेट से लाडे थे और दोनों जगह से जीत मिली थी। 2019 से ही राहुल गाँधी वयनाड सीट से सांसद रहे हैं।
आज राहुल गाँधी अपनी बहन प्रियंका गाँधी के साथ वयनाड पहुंचे और लोगों का अभिवादन किया। बड़ी संख्या में लोग उनकी सभा में जुटे थे। बड़ी तादात में युवाओं की भीड़ उमड़ी थी। भीड़ को देखकर राहुल गाँधी के साथ ही प्रियंका भी काफी खुश नजर आ रही थी। इससे पहले राहुल और प्रियंका रायबरेली जाकर भी जनता का अभिवादन कर चुके हैं।
लेकिन अब जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक़ कांग्रेस प्रियंका को लेकर दक्षिण भारत में एक बड़ी योजना पर काम कर रही है। राहुल गांधी ने मंगलवार को रायबरेली में आयोजित आभार कार्यक्रम में प्रियंका गांधी के लिए नई और बड़ी जिम्मेदारी का इशारा किया।
राहुल गांधी ने इस कार्यक्रम में कहा कf उनकी बहन प्रियंका गांधी ने रायबरेली और अमेठी के लिए बहुत मेहनत की है। अपने इस कार्यक्रम के दौरान राहुल गांधी ने प्रियंका के लिए एक बहुत बड़े प्लान की भी बात कह डाली। अब यह प्लान क्या है इसको लेकर सियासी गलियारों में खूब कयास लगाए जा रहे हैं। कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेताओं की मानें तो राहुल गांधी वायनाड की सीट छोड़ेंगे। उसके बाद इस सीट से प्रियंका गांधी को चुनाव लड़ाने की कवायद की जा सकती है। यही वजह है कि राहुल गांधी ने प्रियंका के लिए बहुत ‘बड़े प्लान’ की बात कही है।
कांग्रेस पार्टी से जुड़े नेताओं का कहना है कि जिस तरीके की जीत रायबरेली और अमेठी में कांग्रेस को मिली है, उससे राहुल का रायबरेली में सांसद बने रहना बेहद जरूरी है। तर्क देते हुए कांग्रेस के नेता बताते हैं कि आने वाले दिनों में सियासी नजरिए से कांग्रेस उत्तर प्रदेश में मजबूती से विस्तार करने वाली है।
ऐसे में राहुल गांधी अगर रायबरेली के सांसद बने रहेंगे, तो सीधे तौर पर उनका दखल उत्तर प्रदेश में संगठन को और मजबूत करेगा। चूंकि प्रियंका गांधी पहले से उत्तर प्रदेश में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुकी है। इसलिए उनको दक्षिण के बड़े मिशन पर लगाने की तैयारी है। इसके लिए राहुल गांधी की वायनाड सीट से प्रियंका गांधी को चुनाव लड़ाए जाने की चर्चाएं हो रही हैं।
जानकार मान रहे हैं कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के प्रदर्शन के आधार पर यह तय हो चुका है कि राहुल गांधी रायबरेली से सांसद रहेंगे। वह तर्क देते हुए कहते हैं कि लोकसभा चुनावों के इस प्रदर्शन को पार्टी एक बड़े बूस्टर डोज के तौर पर देख रही है।
गठबंधन में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस साथ-साथ चुनाव लड़ी है। ऐसी दशाओं में पार्टी को न सिर्फ अपने वोट बैंक को मजबूत कर आगे के चुनावों के लिहाज से अपनी सियासी फील्डिंग सजानी है। बल्कि संगठनात्मक स्तर पर भी और मजबूत स्पेशल सिपहसालार भी तैनात करने हैं।