अहमदाबाद में पार्टी कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने गुजरात में कहा कि उनकी पार्टी भारतीय जनता पार्टी को उसी तरह से हराएगी ,जैसे उन्होंने हालिया लोकसभा चुनाव में अयोध्या में उसे हराया है।
राहुल गांधी ने गुजरात की एक सभा में कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने हमें धमकाकर और हमारे कार्यालय को नुकसान पहुंचा कर हमें चुनौती दी है। मैं आपको बताना चाहता हूं कि हम सब मिलकर उनकी सरकार को उसी तरह तोड़ देंगे, जैसे उन्होंने हमारे कार्यालय को नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि मुझसे लिखवाकर ले लीजिए कि कांग्रेस गुजरात में चुनाव लडेगी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली बीजेपी को गुजरात में वैसे ही हराएगी जैसा कि इसने अयोध्या में बीजेपी को हराया था।
बीजेपी पर हमला बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मैने संसद में अयोध्या के सांसद से पूछा कि बीजेपी अयोध्या में क्यों हार गई तो उन्होंने बताया कि अयोध्या के लोगों से जमीनें छीनी गई,अयोध्या के लोगों के दुकान तथा घर तोड़े गए और उन्हें मुआवजा भी नहीं दिया गया। इंटरनेशनल हवाई अड्डा के नाम पर किसानों की जमीन ली गई,लेकिन उन्हें इसका मुआवजा नहीं दिया गया।इसके अलावा राम मंदिर के उद्घाटन में अयोध्या की जनता को नहीं बुलाया गया। इसलिए अयोध्या की जनता गुस्सा में थी और उन्होंने बीजेपी को चुनाव में हरा दिया।
राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस गुजरात में जीतेगी और इस राज्य से वह एक नई शुरुआत करेगी। अहमदाबाद के पालड़ी इलाके में कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय राजीव गांधी भवन के बहार 2 जुलाई को कांग्रेस और बीजेपी के सदस्यों के बीच झड़प हो गई थी। राहुल गांधी ने इसी घटना का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बीजेपी की सरकार को तोड़ने वाली बात कही थी। पुलिस के अनुसार दोनों पक्षों में पथराव हुआ था, जिसमें एक सहायक पुलिस आयुक्त सहित पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने भाषण में उत्तर प्रदेश की फैजाबाद लोकसभा सीट से बीजेपी की हार को लेकर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा ।राहुल गांधी ने कहा कि अयोध्या के लोगों को गुस्सा तब आया जब उन्हें पता चला कि राम मंदिर के उद्घाटन के लिए अयोध्या के एक भी व्यक्ति को आमंत्रित नहीं किया गया है।उन्होंने दावा किया के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या से चुनाव लड़ना चाहते थे , लेकिन उनके सर्वेक्षण कर्ता ने उन्हें ऐसा न करने की सलाह देते हुए कहा कि वे अगर यहां से चुनाव लड़ेंगे तो हार जाएंगे और उनका राजनीतिक कैरियर खत्म हो जाएगा।