संसद का बजट सत्र 22 जुलाई से 12 अगस्त तक चलेगा।23 जुलाई को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण केंद्रीय बजट पेश करेंगी।18वीं लोकसभा के पहले सत्र में सांसदों के शपथ लेने के बाद यह पहला पूर्ण सत्र होगा।
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने एक्स पर एक पोस्ट डालकर बताया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बजट सत्र 2024 को अपनी मंजूरी दे दी है।उन्होंने संसद के दोनों सदन के सत्र को 22 जुलाई से 12 अगस्त तक बुलाने के प्रस्ताव को अपनी मंजूरी दे दी है। उन्होंने अपने पोस्ट में यह भी लिखा कि केंद्रीय वित्त मंत्री 23 जुलाई को केंद्रीय बजट पेश करेंगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली तीसरी सरकार का यह पहला बजट होगा।राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद की संयुक्त बैठक में अपने संबोधन में कहा था कि बजट में प्रमुख सामाजिक व आर्थिक फैसले लिए जाने की उम्मीद है।अप्रैल-जून में हुए लोकसभा चुनाव के कारण फरवरी में अंतरिम बजट पेश किया गया था।
एनडीए सरकार का नया बजट बेहद खास होने वाला है। लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी को केवल 240 सीटें ही मिलीं, जिससे बीजेपी को अपने सहयोगियों के साथ मिलकर सरकार बनानी पड़ी। पिछले दो कार्यकाल में पीएम मोदी के नेतृत्व में बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिली थी, लेकिन इस बार उसे सहयोगियों पर निर्भर रहना पड़ा है। ऐसी स्थिति में इस बार का केंद्रीय बजट बेहद खास होने वाला है। चुनाव के दौरान पीएम मोदी ने कहा था कि तीसरा कार्यकाल साहसिक निर्णयों के नए अध्याय लिखने के लिए जाना जाएगा,लेकिन एनडीए गठबंधन की अनिवार्यता की वजह से कड़े बजट की जगह उदार बजट की उम्मीद लगाई जा रही है।
18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून से 3 जुलाई तक चला था यह सत्र काफी हंगामेदार रहा था। पहले सत्र में विपक्ष ने सरकार पर नीट-यूजी को लेकर जोरदार निशाना साधा था। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर जोरदार हमला किया था ।उन्होंने मणिपुर, नीट-यूजी और अग्निवीर योजना को लेकर मोदी सरकार पर हमला किया था।हालांकि राहुल गांधी जब अपना भाषण दे रहे थे, तब अध्यक्ष ओम बिरला को कई बार उन्हें नियम बताना पड़ा था। सत्र के आखिरी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर लाए गए प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब दिया था जिसमें उन्होंने राहुल गांधी और कांग्रेस पर पलटवार किया था।