न्यूज़ डेस्क
राहुल गाँधी आर पार की लड़ाई लड़ते दिख रहे हैं। पिछले सप्ताह भर से ब्रिटैन की यात्रा के दौरान राहुल गाँधी लगातार मोदी सरकार और आरएसएस पर हमला कर रहे हैं और लोकतंत्र से जुड़े सवालों का जवाब भी दे रहे हैं। वे चीन और भारत की नीतियों पर भी बोल रहे हैं और सरकार की नीतियों से लेकर विपक्ष के साथ किये जा रहे भेद भाव को भी रेखांकित कर रहे हैं। लेकिन सोमवार को तो राहुल गाँधी ने आरएसएस को लपेटे में लेकर उस पर बड़ा हमला किया है। लंदन स्थित थिंक टैंक चैथम हाउस में उन्होंने कहा कि भारत में डेमोक्रेटिक कॉम्पटिशन का तरीका पूरी तरह से बदल गया है। इसका कारण RSS नामक एक संगठन है। यह एक कट्टरपंथी और फासीवादी संगठन है, जिसने भारत की लगभग सभी संस्थाओं पर कब्जा कर लिया है। देश में लोकतांत्रित व्यवस्था को खत्म किया जा रहा है।
राहुल गांधी यही नहीं रुके। उन्होंने आरएसएस पर हमला करते हुए कहा कि यह संगठन मुस्लिम ब्रदरहुड की तर्ज पर काम करता है। उन्होंने कहा कि भारत में एक नरेटिव चलाया जा रहा है कि बीजेपी को कोई हरा नहीं सकता। यह नरेटिव अपने आप में बेजोड़ है। दुनिया में ऐसी कौन सी सरकार है जो नहीं बदलती। आजादी के बाद लम्बे समय तक कांग्रेस की सत्ता रही लेकिन उसे भी हटना ही पड़ा। अभी मोदी के दस साल पहले भी कांग्रेस की ही दस साल तक सरकार थी। लेकिन बीजेपी और आरएसएस के लोग और मीडिया वाले एक नरेटिव चला रहे हैं कि बीजेपी को कोई हरा नहीं सकता।
राहुल गांधी ने कहा कि एक कट्टरपंथी, फासीवादी संगठन ने भारत के सभी संस्थानों पर कब्जा कर लिया है। उन्होंने कहा कि यह बात मुझे अंदर से झकझोर देती है कि कैसे देश के विभिन्न संस्थानों कब्जा कर लिया गया। प्रेस, न्यायपालिका, संसद और चुनाव आयोग सभी खतरे में हैं और किसी न किसी तरह से नियंत्रित हैं।
राहुल गांधी ने बताया कि देश में कुछ बड़े बदलाव हुए हैं। कांग्रेस और यूपीए एक बात को लेकर हैरान थी कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में तेजी से बदलाव हुए। राहुल गांधी ने कहा कि हमारा ध्यान ग्रामीण इलाकों पर था हम शुरुआत में शहरी क्षेत्र में चूक गए, यह एक तथ्य है। इसे नकारा नहीं जा सकता है।