कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने बिहार के नवादा में महादलितों का पूरा टोला जला देने की घटना को लेकर कहा कि बिहार में बहुजनों के विरुद्ध अन्याय की डरावनी तस्वीर उजागर कर रहा है। नवादा में बुधवार शाम जमीन विवाद को लेकर महादलितों के कई घरों को आग के हवाले कर दिया गया। यह घटना मुफस्सिल थाना अंतर्गत मांझी टोला इलाके में हुई।इतना ही नहीं दबंगों ने इस दौरान फायरिंग भी की।हालांकि मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक की है और एडीजी लेवल के अधिकारियों को जांच कर रिपोर्टं सौंपने का निर्देश दिए हैं।
राहुल गांधी ने आगे लिखा है कि प्रधानमंत्री का मौन इस बड़े षड़यंत्र पर स्वीकृति की मोहर है।राहुल गांधी ने कहा है कि बिहार सरकार और राज्य पुलिस को इस शर्मनाक अपराध के सभी दोषियों के खिलाफ त्वरित और सख्त कार्रवाई कर, और पीड़ित परिवारों का पुनर्वास करा कर उन्हें पूर्ण न्याय दिलाना चाहिए।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोशल साइट एक्स पर लिखा है कि नवादा में महादलितों का पूरा टोला जला देना, 80 से ज़्यादा परिवारों के घरों को नष्ट कर देना बिहार में बहुजनों के विरुद्ध अन्याय की डरावनी तस्वीर उजागर कर रहा है। अपना घर-संपत्ति खो चुके इन दलित परिवारों की चीत्कार और भयंकर गोलीबारी की गूंज से वंचित समाज में मचा आतंक भी बिहार की सोई हुई सरकार को जगाने में कामयाब नहीं हो पाया। बीजेपी और एनडीए के सहयोगी दलों के नेतृत्व में ऐसे अराजक तत्व शरण पाते हैं जो भारत के बहुजनों को डराते हैं, दबाते हैं, ताकि वो अपने सामाजिक और संवैधानिक अधिकार भी न मांग पाएं।
राहुल गांधी ने आगे लिखा है कि प्रधानमंत्री का मौन इस बड़े षड़यंत्र पर स्वीकृति की मोहर है।राहुल गांधी ने कहा है कि बिहार सरकार और राज्य पुलिस को इस शर्मनाक अपराध के सभी दोषियों के खिलाफ त्वरित और सख्त कार्रवाई कर, और पीड़ित परिवारों का पुनर्वास करा कर उन्हें पूर्ण न्याय दिलाना चाहिए।
नवादा की इस घटना को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा कि बिहार के नवादा में महादलित टोला पर दबंगों का आतंक एनडीए की ‘डबल इंजन सरकार’ के जंगलराज का एक और प्रमाण है। बेहद निंदनीय है कि करीब 100 दलित घरों में आग लगाई गई, गोलीबारी की गई और रात के अंधेरे में गरीब परिवारों का सब कुछ छीन लिया गया।उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी और उसके सहयोगी दलों की दलितों-वंचितों के प्रति घोर उदासीनता, आपराधिक उपेक्षा व असामाजिक तत्वों को बढ़ावा देना अब चरम पर है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी हमेशा की तरह मौन हैं, नीतीश जी सत्ता के लोभ में बेफिक्र हैं और एनडीए की सहयोगी पार्टियों के मुंह में दही जम गया है।