प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में जनसभा को संबोधित करते हुए विरोधियों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पहली बार यहां दहशतगर्दी के बिना चुनाव हो रहे हैं।एक नया इतिहास यहां गढ़ा जा रहा है।उन्होंने कहा कि तीन खानदान चाहते हैं कि यहां उनका कब्जा रहे।
रैली की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आप आज इतनी बड़ी संख्या में आए हैं। युवाओं का ये उत्साह, बुजुर्गों की आंखों में शांति का संदेश और इतनी बड़ी संख्या में माताएं-बहनें, यही तो नया कश्मीर है।हम सभी का लक्ष्य जम्मू-कश्मीर का तेज विकास है।आज मैं जम्मू-कश्मीर के तेज विकास की भावना को ऊर्जावान बनाने का मैसेज लेकर आपके बीच आया हूं। उन्होंने कहा कि मैं देख रहा हूं कि आज कश्मीर के मेरे भाई-बहन ‘खुशामदीद पीएम’ कह रहे हैं। मैं उनका तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूं। कल 7 जिलों में पहले दौर का मतदान शुरू हुआ। हम सभी के लिए यह बहुत खुशी की बात है कि इतनी बड़ी संख्या में लोग वोट देने के लिए अपने घरों से निकले।
-रैली में पीएम मोदी ने कहा कि सीसीएफ में 80% से ज्यादा वोटिंग, डोडा में 71% से ज्यादा वोटिंग, रामबन में 70% से ज्यादा वोटिंग।कई सीटों पर वोटिंग के रिकॉर्ड टूट गए। यह एक नया इतिहास है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज दुनिया देख रही है कि कैसे जम्मू-कश्मीर के लोग भारत के लोकतंत्र को मजबूत कर रहे हैं और मैं इसके लिए जम्मू-कश्मीर के लोगों को बधाई देता हूं।कुछ दिन पहले, जब मैं अपने जम्मू-कश्मीर आया था, तो मैंने कहा था कि तीन परिवार जम्मू-कश्मीर के विनाश के लिए जिम्मेदार हैं और तब से ये लोग घबराए हुए हैं।दिल्ली से लेकर जम्मू-कश्मीर तक, इन तीन परिवारों को लगता है कि कोई उनसे सवाल कैसे कर सकता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि तीनों परिवार सोचते हैं कि किसी भी तरह से सत्ता हथियाना और फिर आप सभी को लूटना उनका जन्मसिद्ध अधिकार है।उनका राजनीतिक एजेंडा जम्मू-कश्मीर के लोगों को उनके वैध अधिकारों से वंचित करना रहा है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर को केवल भय और अराजकता दी है,लेकिन अब जम्मू-कश्मीर इन तीन परिवारों की गिरफ्त में नहीं रहेगा।अब यहां का हमारा युवा उन्हें चुनौती दे रहा है।, जिन युवाओं को उन्होंने आगे नहीं बढ़ने दिया, वे उनके खिलाफ सामने आ गए हैं।
रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि इन तीन परिवारों के शासन में जम्मू-कश्मीर के युवाओं ने जो पीड़ा झेली है, वह अक्सर सामने नहीं आ पाती है।आज घाटी के कई युवा जो 20-30 साल के हैं, शिक्षा से वंचित रह गए हैं,कई ऐसे हैं जिन्हें 10वीं, 12वीं या कॉलेज तक पहुंचने में देश के बाकी छात्रों से ज्यादा साल लग गए।ऐसा इसलिए नहीं हुआ क्योंकि हमारे जम्मू-कश्मीर के युवा फेल हो गए, बल्कि ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि कांग्रेस, एनसी और पीडीपी के तीन परिवार फेल हो गए।
जम्मू-कश्मीर में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए तीन चरणों में मतदान होना है। पहले चरण का मतदान 18 सितंबर को हुआ था, जबकि अन्य दो चरण 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को होंगे।मतगणना v अक्टूबर को होगी ।