न्यूज़ डेस्क
आज नेपाल में राष्ट्रपति चुनाव है। पड़ोसी देश नेपाल का यह राष्ट्रपति चुनाव भारत के लिए भी काफी महत्वपूर्ण है। भारत की भी इस चुनाव पर नजर बनी हुई है। इस चुनाव में नेपाली कांग्रेस उम्मीदवार रामचंद्र पौडेल और सीपीएन यूएमएल उम्मीदवार सुभाष चंद्र नेमबांग के बीच कड़ा मुकाबला माना जा रहा है। राष्ट्रपति का यह मतदान काठमांडू स्थित ल्होत्से हॉल में आज दस बजे से होना है। उम्मीद की जा रही है कि चुनाव के बाद आज शाम को ही परिणाम भी सामने आ जायेंगे। मतदान शाम को तीन बजे तक संपन्न हो जाएगा।
चुनाव आयोग ने राष्ट्रपति चुनाव के मतदान के लिए दो अलग पोलिंग बूथ बनाए हैं, इनमें से एक पोलिंग बूथ में संसद सदस्य मतदान कर सकेंगे और दूसरे पोलिंग बूथ में प्रांतीय विधानसभाओं के सदस्य मतदान कर सकेंगे। सभी विधानसभाओं के सदस्य राष्ट्रपति चुनाव में मतदान के लिए राजधानी काठमांडू पहुंच चुके हैं।
बता दें कि नेपाली कांग्रेस के उम्मीदवार और पार्टी के वरिष्ठ नेता राम चंद्र पौडेल को आठ पार्टियों का समर्थन प्राप्त है। जिनमें प्रधानमंत्री प्रचंड की पार्टी भी शामिल है। वहीं सीपीएन-यूएमएल के उम्मीदवार सुभाष चंद्र नेमबांग को अपनी पार्टी के साथ ही निर्दलीय उम्मीदवारों के समर्थन की उम्मीद है।
गौरतलब है कि नेपाल के इलेक्टोरल कॉलेज में 884 सदस्य हैं, इनमें 275 सदस्य वहां की लोकसभा और 59 राज्यसभा और 550 सात प्रांतीय विधानसभाओं के हैं। संसद सदस्य के एक वोट का वेटेज 79 है और प्रांतीय विधानसभा के एक वोट का वेटेज 48 है। इस तरह अगर सभी सदस्य वोट करते हैं तो इलेक्टोरल कॉलेज के कुल वोट 52,786 होंगे। राष्ट्रपति पद का चुनाव जीतने के लिए उम्मीदवार को इन्हीं वोटों में से सबसे ज्यादा वोट पाने होंगे।
राजशाही समर्थक मानी जाने वाली पार्टी राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी, राष्ट्रपति चुनाव में हिस्सा नहीं लेगी और पार्टी ने चुनाव में शामिल नहीं होने का फैसला किया है। लेकिन माना जा रहा है कि नेपाली कांग्रेस उम्मीदवार के साथ ज्यादा समर्थन है। प्रचंड भी चाहते हैं कि कांग्रेस उम्मीदवार की जीत हो ताकि उनकी सरकार बची रहे।

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