अखिलेश अखिल
प्रशांत किशोर यानी पीके बिहार में एक नई पार्टी का जल्द ही ऐलान करने जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक़ पीके अभी जनसुराज यात्रा पर हैं और उनकी यह यात्रा लगातार 11 महीने से चल रही है। यह यात्रा अभी मुजफ्फरपुर से आगे बढ़ रही है और जानकारी के मुताबिक दरभंगा ,मधबनी होते हुए यह यात्रा सीतामढ़ी में ख़त्म हो जाएगी। बता दें कि सीतामढ़ी नेपाल से सटा बिहार का जिला है और यह सीता माता की जनस्थली है। खबर के मुताबिक़ पीके यही पर एक बड़ी सभा भी करेंगे और यहाँ से ही एक नई पार्टी का ऐलान कर सकते हैं।
एक खबर यह भी है कि पीके 2 अक्टूबर को नई पार्टी का ऐलान कर सकते हैं। पार्टी के नाम को लेकर कई तारा की बातें की जा रही है लेकिन जनसुराज से जुड़े अधिकतर लोगों का कहना है कि बहुत सम्भावना है कि पार्टी का नाम जान सुराज ही रखा जाए। हालांकि कई और विकल्पों पर भी चर्चा हो रही है। खबर के मुताबिक़ पीके ने यह तय कर लिया है कि अगले साल के लोकसभा चुनाव में वह बिहार की 20 सीटों पर चुनाव लड़ सकते हैं। अभी तक जहाँ से भी उनकी यात्रा गुजरी है उन जिलों में चुनावी रणनीति तैयार करने के लिए अलग अलग टीम की नियुक्ति कर दी गई है। जानकारी के मुताबिक उत्तर बिहार के करीब 20 सीटों पर प्रशांत किशोर अपने उम्मीदवार उतार सकते है।
पीके की नजर उत्तर बिहार की जिन 20 लोकसभा सीटों पर हैं, जिसमें मोतिहारी, बेतिया, गोपालगंज, वाल्मिकीनगर, सीवान, सारण, महाराजगंज, शिवहर, वैशाली, दरभंगा, मधुबनी, सीतामढ़ी, समस्तीपुर, उजियारपुर और मुजफ्फरपुर शामिल हैं। इन जिलों में पीके की टीम तैयार हो गई है और ब्लॉक स्तर पर उनके लोग भी पहुँच गए हैं युवा और महिलाओं की बड़ी फ़ौज उनके साथ खड़े होने की बात कही जा रही है। प्रशांत किशोर कोर टीम के एक सदस्य ने नाम नहीं बताने के शर्त पर बताया कि नई पार्टी में प्रशांत किशोर की भूमिका मेंटर की रहेगी। किशोर प्रचार की कमान संभालेंगे। पार्टी का जिम्मा किसी दूसरे व्यक्ति को दी जाएगी। संगठन के भीतर किसी दलित या मुस्लिम को अध्यक्ष बनाने की चर्चा है।
पार्टी संगठन का स्ट्रक्चर तृणमूल कांग्रेस की तरह होगा। प्रखंड और जिला स्तर पर संगठन बनाने की कवायद शुरू भी हो गई है। अब तक पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, सीवान, सारण और गोपालगंज में संगठन तैयार भी हो गया है। इन जिलों के हर प्रखंड में एक सभापति, एक अध्यक्ष और 10 सदस्यों की टीम बनाई गई है। जिला स्तर पर कार्यकारिणी समिती बनाई गई है। पार्टी की घोषणा के बाद यहां पदाधिकारी बनाए जाएंगे। उत्तर बिहार की 20 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी प्रशांत किशोर की टीम कर रही है। लोगों से सीधा संपर्क बनाने के लिए 3 तरह की रणनीति अपनाई जा रही है।


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