यौन शोषण के आरोपों का सामना कर रहे जेडीएस से निलंबित सांसद प्रज्वल रेवन्ना के विदेश जाने के बाद विपक्ष ने रेवन्ना को लेकर न सिर्फ जेडीएस और इसके नेताओं को घेरना शुरू किया,बल्कि बीजेपी यहां तक पीएम मोदी पर भी लांछन लगाना शुरू कर दिया।चुनाव पर इसके प्रभाव को देखते हुए पूर्व प्रधानमंत्री देवगौड़ा तक ने रेवन्ना को देश वापस लौटकर सरेंडर करने या फिर उनके क्रोध के परिणाम भुगतने तक की बात कह दी। इसके बाद अब रेवन्ना ने वीडियो मैसेज कर भारत लौटने और 31 मई को विशेष जांच दल (एसआईटी) के सामने पेश होने की बात कही।हालांकि इस मामले पर जेडीएस या निलंबित पार्टी सांसद के परिवार की ओर से तत्काल कोई पुष्टि नहीं की गई है।
मेरे खिलाफ रची गई साजिश
जेडीएस सांसद प्रज्वल रेवन्ना ने एक वीडियो संदेश जारी करते हुए कहा, कि जब 26 अप्रैल को चुनाव हुए तो मेरे खिलाफ कोई मामला नहीं था और कोई एसआईटी नहीं बनी थी।मेरी विदेश यात्रा पूर्व नियोजित थी। मुझे आरोपों के बारे में तब पता चला जब मैं अपनी यात्रा पर था। राहुल गांधी और कई अन्य कांग्रेस नेताओं ने इसके बारे में और मेरे खिलाफ बात करना शुरू कर दिया और मेरे खिलाफ एक राजनीतिक साजिश रची गई। शुक्रवार 31 मई को सुबह 10 बजे मैं एसआईटी के सामने पेश होकर जांच से जुड़ी सारी जानकारी दूंगा।मैं जांच का समर्थन करूंगा। मुझे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है।
प्रज्वल रेवन्ना के वीडियो मैसेज में और क्या है
प्रज्वल रेवन्ना ने अपने मैसेज की शुरुआत में कहा कि सभी को नमस्कार, सबसे पहले मेरे माता-पिता, मेरे दादाजी, मेरे कुमार अन्ना, देश की जनता और जेडीएस के सभी कार्यकर्ताओं से मैं क्षमा मांगता हूं। मैं विदेश में हूं। मुझे उचित जानकारी नहीं दी गई, मैं यहां 26 तारीख को चुनाव होने पर सभी को जानकारी देने आया हूं।
26 अप्रैल को चुनाव होने तक किसी को मेरे ऊपर नहीं था शक
प्रज्वल रेवन्ना ने अपने मैसेज में आगे कहा कि 26 तारीख को जिस दिन चुनाव हुआ, उस दिन तक किसी को भी मेरे ऊपर कोई शक नहीं था। इस तरह का कोई मामला या घटना सामने नहीं आई थी और न हीं कोई एसआईटी गठित की गई थी। मेरी विदेश यात्रा पहले से ही तय थी तो ऐसे में मैं 3-4 दिन बाद विदेश यात्रा पर चला आया।जब मैंने यूट्यूब और न्यूज चैनल देखे तो मुझे इस घटना की जानकारी मिली।जब मुझे एसआईटी ने नोटिस भेजा तो वकील के जरिए इसका जवाब भेजा दिया है।