न्यूज़ डेस्क
प्रधानमंत्री मोदी ने आज कहा कि जो लोग गरीबी से ऊपर उठे हैं उन्हें सँभालने की जरूरत है। इसको देखते ही सरकार मुफ्त अनाज योजना के साथ ही आयुष्मान स्वास्थ्य कार्ड और व् प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी कल्याणकारी योजनाओं को आगे भी जारी रखेगी। इसके साथ हीमोदी ने बजट सत्र के प्रारंभ में संसद के संयुक्त अधिवेशन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के संबोधन के लिये धन्यवाद प्रस्ताव पर राज्य सभा में चर्चा का जबाव देते हुये अगले चुनाव में भाजपा जनता पार्टी के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की लगातार तीसरी जीत को सुनिश्चित बताया।
उन्होंने कहा,“ विकास की गति को हम किसी भी हालत में धीमा नहीं होने देंगे… हमारा तीसरा टर्म दूर नहीं है। लोग अभी से मोदी 3.4 की बात करने लगे हैं। हम नयी सरकार में विकसित भारत की नींव मजबूत करने के लिये पूरी ताकत लगा देंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार के पिछले 10 साल के कार्यकाल में जो 25 करोड़ से अधिक लोग गरीबी से उबरे हैं, वे फिर गरीबी के गर्त में न गिर जायें। इसके लिये ‘हम अगले पांच साल नये मध्य वर्ग की तरक्की का प्रयास तेज करेंगे, सामाजिक न्याय के मोदी कवच को और मजबूत करेंगे।
विपक्ष की इस आलोचना के जबाव में कि जब 25 करोड़ लोग गरीबी से ऊपर उठ चुके हैं तो 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज देने की जरूरत क्यों पड़ रही है, प्रधानमंत्री ने कहा कि गरीबी से बाहर आये लोगों को अभी मजबूत करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, “ बीमारी से उबरे व्यक्ति को डॉक्टर सावधानी बरतने को कहता है ताकि वह फिर बीमार न हो। इसलिये हम अनाज देते हैं, देते रहेंगे। निम्न मध्य वर्ग को मदद की ज्यादा जरूरत है, हम गरीबों को पांच लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज की सुविधा वाले आयुष्मान कार्ड देते रहेंगे, ताकि वह किसी बीमारी के कारण पुनः गरीबी में न आये। ”
उन्होंने सस्ती दर पर दवा के लिये जन-औषधि दुकानों की योजना, किसान सम्मान निधि, गरीबों और कच्ची बस्तियों में रहने वाले हर व्यक्ति को पक्का घर देने की योजना, हर घर नल से जल, हर घर को शौचालय देने जैसी योजनाओं को जारी रखने का वादा किया।
मोदी ने कहा कि अगले पांच साल में उनकी सरकार मेडिकल कॉलेजों की संख्या बढ़ायेगी ताकि इलाज सस्ता हो। रूफटॉप सोलर योजना के जरिये घर का बिजली का बिल शून्य करने की योजना लागू करेगी। पूरे देश में रसोई गैस को पाइप लाइन से देने का नेटवर्क बनाया जायेगा, यूनीकॉर्न की संख्या अगले पांच साल में लाखों में होगी।
प्रधानमंत्री ने अगले पांच साल का चित्र प्रस्तुत करते हुये कहा कि इस बार के बजट में घोषित एक लाख करोड़ रुपये के अनुसंधान एवं विकास कोष से भारत में पेटेंट फाइल करने का रिकॉर्ड बनेगा। उन्होंने कहा, “मैं ऐसी स्थिति लाना चाहता हूं कि भारत के बच्चों को विश्व स्तरीय शिक्षा देश में ही मिले और परिवारों द्वारा विदेश में शिक्षा पर किया जाने वाला खर्च बचे।
मोदी ने कहा कि अगले पांच साल में अंतरराष्ट्रीय खेलकूद के मैदानों में भारत के युवाओं की शक्ति की पहचान और बढ़ेगी, सार्वजनिक यातायात व्यवस्था का कायाकल्प होगा, रेलगाड़ियां तेज और शानदार होंगी, बुलेट ट्रेन चलेगी, वन्दे भारत का विकास होगा, भारत आत्मनिर्भरता की नयी ऊंचाइयों पर होगा, सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रॉनिक क्षेत्र में भारत का नया सामर्थ्य दिखेगा, ऊर्जा आयात पर निर्भरता कम होगा, ऐथनॉल मिश्रण से किसानों को सीधा फायदा होगा, ग्रीन हाइड्रोजन में भारत दुनिया की अग्रणी ताकत होगा।
मोदी ने खाद्य तेल में पांच साल में देश को आत्मनिर्भर बनाने प्राकृतिक खेती को राष्ट्रीय स्तर पर जमाने, श्री अन्न को पांच साल में सुपर फूड के रूप में दुनिया भर के बाजार में प्रतिष्ठा बढ़ाने, खेती में ड्रोन का प्रयोग बढ़ाने और इसमें महिला शक्ति को जोड़ने, पांच साल में सहकारिता के माध्यम से दो लाख भंडारण सुविधा विकसित कर किसानों को अपनी उपज की कीमत तय करने की ताकत देने पशुपालन और मछली पालन व्यवसाय को नयी ऊंचाइयों पर ले जाने का निश्चय दोहराया।
उन्होंने इन प्रयासों में राज्य सरकारों की भूमिका के महत्व को रेखांकित करते हुये कहा कि जी20 आयोजन की सफलता ने दुनिया का ध्यान भारत की ओर खींचा है। उन्होंने इससे पहले अपने भाषण में उल्लेख किया था कि जी20 के दिल्ली शिखर सम्मेलन से पहले देश भर में राज्यों के सहयोग से दो सौ बैठकें करायी गयीं। इससे भारत में पर्यटन की संभावनाओं की ओर दुनिया का ध्यान गया और हमारे कई राज्यों के लिये पर्यटन आय का मुख्य स्रोत हो सकता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि डिजिटल अर्थव्यवस्था के मामले में दुनिया का डंका बज रहा है। माना जा रहा है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) में सबसे ज्यादा सामर्थ्य भारत का होगा।उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष की दुनिया में भारत नयी ऊंचाइयों पर है। हमारे वैज्ञानिक इसक्षेत्र में आने वाले समय में विश्व को चकित करने वाले नयी सफलताएँ दर्ज करने वाले हैं।