बीरेंद्र कुमार झा
पिछले 26 दिनों से जारी इसराइल हमास जंग में अब यमन के हुती विद्रोहियों ने भी एंट्री ले ली है।यमन की ओर से मंगलवार को इसराइल पर मिसाइलों और ड्रोनों से हमला किया गया। इस हमले से मिडल ईस्ट का संकट और गहरा गया है और इस जंग में इजरायल के खिलाफ तीसरा मोर्चा खुल गया है। हालांकि इजरायल की तरफ से कहा गया है कि उसके सुरक्षा बलों ने एयर डिफेंस सिस्टम का उपयोग कर हुती विद्रोहियों की मिसाइलों को ध्वस्त कर दिया है। इस जंग में इजरायल ने पहली बार एयरो डिफेंस सिस्टम का इस्तेमाल किया है।
फिलिस्तीनियों के पीछे लामबंद खड़ा है हुती विद्रोही
हुती विद्रोहियों ने अपने सत्ता के केंद्र सना से 1000 मिल से भी अधिक दूरी पर चल रहे इसराइल हमास युद्ध में घुसपैठ कर क्षेत्रीय संघर्ष को भड़का दिया है।ईरान द्वारा समर्थित यह गुट 7 अक्टूबर को इसराइल पर हमला करने के बाद से फिलिस्तीनियों के पीछे लामबंद खड़ा है।इससे उस आंदोलन के लिए एक नया मोर्चा खुल गया है, जिसने खाड़ी में सऊदी नेतृत्व वाले गठबंधन के खिलाफ 8 वर्षों से युद्ध छेड़ रखा है।
हुती सैन्य प्रवक्ता याह्या सारी ने एक टेलीविजन बयान में कहा कि समूह ने इजरायल की ओर बड़ी संख्या में बैलिस्टिक मिसाइलें और ड्रोन दागे हैं,और फिलिस्तीनियों को जीत में मदद करने के लिए ऐसे और हमले करेंगे । सारी के बयान ने हुती विद्रोहियों के संघर्ष के बढ़ते दायरे की पुष्टि की है,जिसने दुनिया के सबसे बड़े तेल निर्यातक सऊदी अरब सहित कई देशों को परेशान कर दिया है। इससे तनाव फैलने की आशंका बढ़ गई है क्योंकि इजरायल गाजा पट्टी में हमास को नष्ट करना चाहता है, जबकि हुती विद्रोही हमास का साथ दे रहे हैं।
हमास इसराइल संघर्ष में अबतक 3 बार हमला कर चुका है हुती
हुती सैन्य प्रवक्ता सारी ने कहा कि हमास इसराइल संघर्ष शुरू होने के बाद से मंगलवार को इसराइल पर हुतियों का यह तीसरा हमला था। इससे एक बात और स्पष्ट होती है कि 28 अक्टूबर को हुए ड्रोन हमले के पीछे हुती विद्रोही थे,जिसके परिणाम स्वरूप मिश्र में विस्फोट हुए थे। इससे पहले 19 अक्टूबर को भी अमेरिकी नौसेना ने तीन क्रूज मिसाइलों को ध्वस्त किया कर दिया था।
हुती का हमला काफी आक्रामक
इजरायली राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार तमाजी हानेगबी ने कहा कि हुती विद्रोहियों की हमले असहनीय थे।लेकिन जब उनसे पूछा गया कि इसराइल कैसे प्रतिक्रिया दे सकता है तो उन्होंने विस्तार से बताने से इनकार कर दिया था।हुती विद्रोहियों का नारा है,अमेरिका की मौत, इजरायल की मौत,यहूदियों को साफ और इस्लाम की जीत।
हुतियों को मिल रहा ईरानी मदद
हुती विद्रोहियों ने यमन युद्ध के दौरान सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात पर हमले में अपनी मिसाइल और ड्रोन क्षमताओं का प्रदर्शन किया था। सऊदी नेतृत्व वाला गठबंधन ईरान पर हुती विद्रोहियों को हथियार देने, प्रशिक्षण देने और फंड देने का आरोप लगाता रहा है, जबकि यह ईरान की छत्रछाया में होने से इनकार करता रहा है। इसका कहना है कि उसने अपने हथियार खुद विकसित किए हैं।