आम आदमी पार्टी अक्सर केंद्रीय जांच एजेंसी के समन या नोटिस को लेकर उन पर गैर कानूनी तरीका से पार्टी के नेताओं पर दबाव बनाने की बात कहकर इसकी अनदेखी करती रही है। ईडी द्वारा अरविंद केजरीवाल को भेजे गए पांच समन में से कई समन के जवाब में अरविंद केजरीवाल ने इसके कानून सम्मत न होने की बात उठाते हुए ईडी कार्यालय जाने की जगह ईडी से ही कई सवाल कर दिया था।अब क्राइम ब्रांच के द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को मिले नोटिस के बाद आम आदमी पार्टी इसे लेकर एकबार फिर जांच एजेंसी पर काफी हमलावर हो रही है। आम आदमी पार्टी की एक नेता ने सामने आकर दावा किया है कि दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने जो नोटिस अरविंद केजरीवाल को दिया है,वह तो सिर्फ सफेद कागज पर एक खत भर है ।आम आदमी पार्टी के नेता जैस्मिन शाह मीडिया के सामने एक कागज लेकर आए उनका दावा था कि यह कागज महज एक कागज भर नहीं है बल्कि यह क्राइम ब्रांच द्वारा दिया गया वही नोटिस है जो अरविंद केजरीवाल को भेजा गया है।
नोटिस में आईपीसी या सीआरपीसी की कोई धारा नहीं
आम आदमी पार्टी के नेता जैस्मिन शाह ने इस कथित नोटिस वाले कागज दिखाते हुए कहा कि शनिवार को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की एक टीम अरविंद केजरीवाल के आवास पर आई थी।वे एक नोटिस अरविंद केजरीवाल को देना चाहते थे। नोटिस देने से पहले उन्होंने मुख्यमंत्री के कार्यालय पर करीब 5 घंटे तक इंतजार किया।इस नोटिस में कोई एफआईआर नहीं है। इसके अलावा ना तो यह कोई समन है और नहीं प्राथमिक जांच की कोई कागज।इस नोटिस में आईपीसी या सीआरपीसी की किसी धारा का भी उल्लेख नहीं है। यह सामान्य कागज पर लिखा महज एक खत है।
किस मामले में अरविंद केजरीवाल को मिला है यह नोटिस
दरअसल कुछ दिन पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दावा किया था कि बीजेपी ने आम आदमी पार्टी के कुछ विधायकों से संपर्क कर उन्हें पैसों का ऑफर दिया है और उन्हें खरीदने की कोशिश की गई है। इसके बाद बीजेपी ने दिल्ली पुलिस की कमिश्नर से मिलकर आम आदमी के पार्टी के आरोपी की जांच की मांग की थी। दावा किया जा रहा है क्राइम ब्रांच ने जो नोटिस आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को दिया है,उसमें यह पूछा गया है कि आम आदमी पार्टी के किन-किन विधायकों को खरीदने का ऑफर मिला था और किन लोगों ने उनसे संपर्क किया था।इसके बारे में वह पूरे डिटेल दें।क्राइम ब्रांच के इस एक्शन के बाद कुछ मीडिया रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि इसे लेकर अरविंद केजरीवाल के घर पर अहम बैठक भी हुई है। इस बैठक में आम आदमी पार्टी नेता और दिल्ली सरकार के मंत्री आतिशी, राघव चड्ढा और प्रियंका कक्कड़ शामिल थी।कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री आवास में बैठक के बाद राघव चड्ढा थोड़ी ही देर में निकल गए, लेकिन आतिशी और प्रियंका कक्कड़ वहां मौजूद रहे। माना जा रहा है कि बैठक में क्राइम ब्रांच की एक्शन पर चर्चा हुई है।
केजरीवाल को 3 दिन की मोहलत
इससे पहले दिल्ली पुलिस के अपराध शाखा के अधिकारी भारतीय जनता पार्टी द्वारा आम आदमी पार्टी के विधायकों की खरीद पूर्व के प्रयास के आरोपी के संबंध में रविवार को नोटिस देने दिल्ली की मंत्री आतिशी की आवास पर भी पहुंचे थे। आम आदमी पार्टी सूत्रों के अनुसार मंत्री आतिशी अपने आवास पर मौजूद नहीं थी।हालांकि मंत्री आतिशी ने अपने कार्यालय की कर्मचारियों को नोटिस लेने का निर्देश दिया था। इससे एक दिन पहले अपराध शाखा के अधिकारियों ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को नोटिस देकर उनसे बीजेपी की तरफ से आपके 7 विधायकों को खरीदने की कोशिश संबंधी दावों की जांच में तीन दिन के भीतर जवाब देने के लिए कहा था। गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल और आतिशी ने 27 जनवरी को दावा किया था कि बीजेपी आप सरकार को गिराने के लिए सत्ताधारी दल के विधायकों को 25-25 करोड रुपए और अगले साल के विधानसभा चुनाव में टिकट की पेशकश कर उन्हें खरीदने का प्रयास कर रही है।