न्यूज़ डेस्क
राजनीति कब क्या हो जाए यह तो कोई नहीं जानता। कोई यह भी नहीं जानता कि कौन से नेता क्या कर जाए ? कब पलटी मार जाए और कब सामने वाले को ही पलट दे यह भी कौन जानता है ? इसलिए बिहार में चल रही तरह -तरह की चर्चाओं के बीच जदयू की 29 दिसंबर को होने वाली कार्यकारिणी की बैठक और राष्ट्रीय परिषद की बैठक पर इंडिया गठबंधन की नजर भी टिक गई है। माना जा रहा है कि इस बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बड़े नेता बड़े फैसले ले सकते हैं और पार्टी नेताओं को चुनाव जीतने का मंत्र दे सकते हैं।
इस बैठक में पार्टी के सभी प्रदेशों में काम कर रही इकाई से जुड़े जिला अध्यक्षों के भी रहने की संभावना है। माना जाता है कि इस बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बड़े नेता चुनाव को लेकर पदाधिकारियों को पार्टी के अच्छे प्रदर्शन को लेकर टिप्स देंगे। वैसे कहा जा रहा है कि इस बैठक में भावी रणनीति को लेकर कई बड़े निर्णय भी लिए जाएंगे।
इसी बीच, बैठक को लेकर चर्चा का दौर जारी है। जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के इस्तीफे की भी खूब चर्चा होती रही। हालांकि, बाद में पार्टी ने इसे साफ तौर पर खारिज कर दिया। वैसे, चर्चा अभी भी कायम है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह इस बैठक के पूर्व या बैठक के दौरान इस्तीफा दे सकते हैं।
जेडीयू के एक पदाधिकारी की मानें तो 29 दिसंबर को दिल्ली में पहले जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होगी। इसके बाद इसी दिन राष्ट्रीय परिषद की बैठक होगी। राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्यों के अतिरिक्त इस बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारी और सांसद शामिल रहेंगे। इस बैठक में सभी प्रदेश अध्यक्ष भी मौजूद रहेंगे।
बताया जा रहा है कि 28 दिसंबर को राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक होने की भी संभावना है। बैठक में लोकसभा चुनाव के मुद्दों को लेकर भी चर्चा होने की संभावना है। कहा जा रहा है कि बिहार में जातीय गणना कराए जाने को राष्ट्रीय स्तर पर उठाए जाने और लोकसभा चुनाव में इसे भुनाने को लेकर भी बैठक में मंथन किया जाएगा।