बीरेंद्र कुमार झा
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी एनसीपी के शरद पवार का उत्तराधिकारी चुनने के लिए मुंबई में पार्टी कार्यालय में समिति की बैठक होगी। से लेकर दक्षिण मुंबई स्थित व्हाई वी चौहान सेंटर में पार्टी के नेताओं का जुटान होगा। अपने उत्तराधिकारी के चयन के लिए खुद शरद पवार ने एक समिति का गठन किया है, जिसमें शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले, उनके भतीजे अजीत पवार, प्रफुल्ल पटेल, छगन भुजबल और अन्य नेताओं को सदस्य के तौर पर शामिल किया गया है। समिति की बैठक सुबह 11:00 बजे से शुरू होने की संभावना है। इस बीच शरद पवार ने अपने एक बयान में कहा है कि एनसीपी के भविष्य को देखते हुए उन्होंने पार्टी प्रमुख का पद छोड़ने का फैसला किया है। हालांकि इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि वह अभी सार्वजनिक जीवन से संन्यास नहीं ले रहे हैं।
राहुल और स्टालिन ने सुप्रिया सुले से की फोन पर बात
पार्टी सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार पवार की इस्तीफा की घोषणा के बाद उनकी पार्टी के घटनाक्रम के बारे में जानने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी तथा तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने सुप्रिया सुले से फोन पर बातचीत की। राजनीतिक हलकों में इस बात को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि एनसीपी का अगला अध्यक्ष पवार परिवार से यानी सुप्रिया सुले अथवा अजित पवार में से कोई होगा या अन्य किसी पार्टी नेता को या जिम्मेवारी सौंपी जाएगी।,
एनसीपी के भविष्य के लिए छोड़ रहा हूं पार्टी प्रमुख का पद
एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि पार्टी के प्रमुख पद से हटने का उनका फैसला एनसीपी का भविष्य और नया नेतृत्व बनाने के लिए लिया गया है। उनका यह बयान तब आया है, जबकि पार्टी कार्यकर्ता लगातार यह मांग कर रहे थे कि पवार अपने फैसले पर पुनर्विचार करें। नाम न जाहिर करने की शर्त पर एनसीपी के नेताओं ने कहा कि बारामती से लोकसभा सांसद और शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले का पार्टी का आगरा राष्ट्रीय प्रमुख बनने जबकि अजित पवार के महाराष्ट्र ही का जिम्मा संभालने की संभावना है।
पवार परिवार से होगा एनसीपी का अगला अध्यक्ष
पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एनसीपी प्रमुख का पद शरद पवार परिवार के भीतर रहने की संभावना है, क्योंकि बाहर से किसी को बागडोर देने से 1999 में गठित संगठन में दरार और सत्ता की लड़ाई हो सकती है। इन नेताओं ने जोर देकर कहा कि 3 बार के लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले ने खुद को एक प्रभावी सांसद के रूप में स्थापित किया है और सभी राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ उनके संपर्क हैं। वही अजीत पवार की राज्य इकाई पर अच्छी पकड़ है और उन्हें व्यापक रूप से एक सक्षम प्रशासक के रूप में देखा जाता है। नेताओं ने कहा कि उनके अलावा अजित पवार ने हाल ही में अपने मुख्यमंत्री बनने के सपनों के बारे में बात की थी,जबकि सूले ने हमेशा कहा है कि राष्ट्रीय राजनीति उनके हित में है।
महा विकास आघाडी के गठबंधन पर प्रभाव नहीं
इस बीच शिवसेना (ubt) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भरोसा जताते हुए कहा है कि एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार के पार्टी प्रमुख के रूप में पद छोड़ने के फैसले से महा विकास आघाडी गठबंधन को नुकसान नहीं होगा।पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने संवाददाता सम्मेलन में कहा किवे ऐसा कुछ नहीं करेंगे जिससे विपक्ष की एकता को ठेस पहुंचे। ठाकरे ने कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नहीं है, लेकिन तानाशाही के खिलाफ हैं।