न्यूज़ डेस्क
आज मंगलवार को पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और अमित शाह की अहम् बैठक होने जा रही है। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य एक ही है कि कैसे इस मंदिर निर्माण को बीजेपी के वोट बैंक के रूप में उपयोग किया जाए ताकि लोकसभा चुनाव में बीजेपी को भारी जीत हासिल हो सके। इस बार के चुनव में बीजेपी ने साढ़े तीन सौ से ज्यादा सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है जबकि विपक्षी गठबंधन उसे दो सौ से कम सीटों पर समेटने की तैयारी में है।
बीजेपी की आज की बैठक में क्या योजना बनेगी यह तो देखने की बात होगी लेकिन एक बात तो तय है कि राम मंदिर का मुद्दा बीजेपी की चुनावी जीत का बड़ा मुदा है। बीजेपी ने अप्रैल महीने तक करीब दस करोड़ लोगों तो मंदिर का दर्शन कराने का लक्ष्य रखा है ताकि जो लोग मंदिर का दर्शन करे वे सभी बीजेपी को वोट दे सके।
पार्टी की योजना विश्व हिंदू परिषद और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के अक्षत निमंत्रण कार्यक्रम के तहत 10 करोड़ लोगों से सीधा संवाद करने की है। इस संबंध में विस्तृत रूपरेखा तैयार करने के लिए मंगलवार को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह मैराथन बैठक करेंगे।
इस बैठक में देश के सभी राज्यों से कम से कम दो पदाधिकारी मौजूद होंगे। इसमें विहिप और संघ के कार्यक्रम को सफल बनाने, प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन पूरे देश को राममय बनाने और राम मंदिर आंदोलन में विपक्ष की नकारात्मक भूमिका के प्रचार प्रसार की व्यापक रणनीति तैयार की जाएगी। पार्टी ने इस संबंध में एक बुकलेट तैयार किया है। इसमें राम मंदिर निर्माण की राह में समय-समय पर विपक्ष की ओर से डाले गए अड़चनों का व्यापक वर्णन किया गया है।
भाजपा की रणनीति राम मंदिर के उद्घाटन से पहले ही पूरे देश को राममय बनाने की है। इसके तहत सोमवार से ही संघ और विहिप ने पूजित अक्षत, पत्रक और रामलाल की तस्वीर बांटने का सिलसिला शुरू किया है। अक्षत निमंंत्रण के जरिए योजना कम से कम दस करोड़ लोगों तक पहुंचने की है। प्राण प्रतिष्ठा के बाद पूरे देश से ढाई करोड़ लोगों को अप्रैल महीने तक राम मंदिर दर्शन कराने की है। इसमें हर लोकसभा से कम से कम पांच हजार लोगों को राम मंदिर का दर्शन कराने की है।
प्राण प्रतिष्ठा के बाद पूरे देश को राममय बनाने के लिए विभिन्न राज्यों से अयोध्या स्पेशल ट्रेन चलेगी। दर्शन करने वाले लोग वापस जा कर राम मंदिर की अपने गांव में चर्चा करेंगे। प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन कम से कम एक लाख गांवों में इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण होगा। इसके अतिरिक्त पांच लाख मंदिरों में प्राण प्रतिष्ठा उत्सव मनाए जाएंगे। पार्टी की योजना 22 जनवरी को दीपावली का रूप देने की है।चूंकि कार्यक्रम बड़ा है, ऐसे में नेतृत्व चाहता है कि संघ और विहिप के कार्यक्रमों को राज्य, जिला और ब्लॉक स्तर पर भाजपा कार्यकर्ताओं का सहयोग मिले। बैठक में अक्षत निमंत्रण कार्यक्रम में भाजपा कार्यकर्ताओं की सक्रिय उपस्थिति तय करने की रणनीति बनेगी।