पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत की महिला शूटर मनु भाकर ने खुद के लिए एक इतिहास रच दिया है।उन्होंने एक बार फिर कांस्य पदक पर अपना निशाना साधा है।इसके साथ हो वह देश की पहली ऐसी खिलाड़ी बन गई जिसने एक ओलंपिक में भारत के लिए दो पदक अपने नाम किया है।मनु और सरबजोत सिंह द्वारा मिक्सड डबल्स निशानेबाजी में कांस्य पदक जीतने के साथ ही भारत के पदक की संख्या 2 हो गई।मनु भाकर ने अपने पार्टनर सरबजोत सिंह के साथ मिलकर भारत के लिए दूसरा मेडल जीता।10 मीटर एयर पिस्टल के मिक्स्ड टीम इवेंट के ब्रॉन्ज मेडल मैच में मनु और सरबजोत ने कोरियाई जोड़ी को 16-10 से हराया।
देश की स्टार महिला शूटर मनु भाकर ने इतिहास रचते हुए दो पदक अपने और देश की झोली में डाल दिए हैं। इसके साथ ही वह एक ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली पहली महिला भारतीय बन गई है। मनु ने 28 जुलाई को पेरिस ओलंपिक में 10 मीटर एयर पिस्टल के सिंगल्स इवेंट में भी ब्रॉन्ज मेडल पर निशाना लगाया था।पेरिस में जीते अपने पहले ब्रॉन्ज के साथ ही मनु ने मेडल टैली में भारत का खाता खोला था. और, अब पेरिस में मिली पहली कामयाबी के 48 घंटे बाद मनु भाकर ने एक और ब्रॉन्ज अपने नाम कर इतिहास रचा है।
मनु भाकर और सरबजोत सिंह ने 29 जुलाई को 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट के ब्रॉन्ज मेडल मैच के लिए क्वालीफाई किया था। दोनों ने क्वालिफिकेशन राउंड में 20 परफेक्ट शॉट लगाए थे और उसके जरिए 580 अंक बटोरे थे।पेरिस में मनु भाकर अपना दूसरा ओलंपिक खेल रही हैं।इससे पहले टोक्यो में जब उन्होंने ओलंपिक डेब्यू किया था तो उन्हें वहां से खाली हाथ ही लौटना पड़ा था।टोक्यो में भी मनु भाकर की नाकामी की वजह उनका खराब खेल नहीं,बल्कि पिस्टल में आई तकनीकी खराबी रही थी। टोक्यो में मिली असफलता के बाद मनु को काफी आलोचना भी झेलनी पड़ी थी। लेकिन, अच्छी बात ये है कि पेरिस से मनु भाकर खाली हाथ नहीं लौट रहीं।उन्होंने पेरिस ओलंपिक में खुद के साथ-साथ भारत के लिए भी मेडल का अकाउंट खोल रखा है।