न्यूज़ डेस्क
नोबेल का शांति पुरस्कार से सम्मानित मलाला यूसुफजई ने हमास और इजरायल की लड़ाई में जीवन और मौत से गुजर रहे फिलिस्तीनी लोगों की सुरक्षा और उसकी जिंदगी के लिए ढाई करोड़ रुपये देने की घोषणा की है।
मलाला ने सोशल मीडिया पर अल अहली अस्पताल पर हुए हमले की निंदा की है । साथ ही इज़रायली सरकार से गाज़ा में मानवीय सहायता पहुंचाने को अनुमति देने के साथ ही सीज़फायर लागू करने की भी मांग की है।मलाला ने युद्ध की वजह से परेशान फिलिस्तीनियों के लिए 3,00,000 डॉलर्स (करीब 2.5 रुपये) की मदद देने की घोषणा भी की है। मलाला यह राशि 3 चैरिटीज़ को देगी जो फिलिस्तीनियों की मदद कर रही हैं। मलाला ने ट्वीट के रिप्लाईस में इन चैरिटीज़ के लिंक भी शेयर किए।
बता दें कि इज़रायल और फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास के बीच 11 दिन से युद्ध चल रहा है और अभी इसके रुकने के आसार नज़र नहीं आ रहे हैं। आज इस युद्ध को 12वां दिन शुरू हो गया है। हमास आतंकियों के गाज़ा स्ट्रिप से 7 अक्टूबर की सुबह इज़रायल पर करीब 5,000 रॉकेट्स से हमला करने के बाद से यह युद्ध जारी है। युद्ध के चलते गाज़ा पर हमले भी बढ़ रहे हैं।
बीती रात गाज़ा के अल अहली अस्पताल पर भीषण अटैक हुआ। अस्पताल में इस हमले में 500 लोगों की मौत हो गई है और कई लोगों के घायल होने के साथ ही अस्पताल में भी तबाही मच गई है। इस हमले के लिए इज़रायल पर आरोप लगाया जा रहा है। वहीं इज़रायल इस हमले के लिए इस्लामिक जिहादी संगठन को ज़िम्मेदार ठहरा रहा है। लेकिन ज़िम्मेदार कोई भी हो, इस हमले में मरने वाले करीब 500 लोगों में बच्चे और बुज़ुर्ग भी शामिल थे।
इस युद्ध के चलते गाज़ा में रहने वाले निर्दोष फिलिस्तीनियों को काफी मुश्किलें हो रही हैं। युद्ध के चलते अब तक गाज़ा में करीब 3,478 लोगों की मौत हो चुकी है। साथ ही लोगों को रहने के लिए सुरक्षित जगह न मिलने के साथ ही खाने-पीने, मेडिकल सुविधाओं की कमी जैसी समस्याओं का भी सामना करना पड़ रहा है। इसके चलते नोबेल प्राइज़ विजेता मलाला युसुफजई ने एक कदम उठाया है।

