अखिलेश अखिल
पिछले सप्ताह भर से बिहार की राजनीति गर्म चल रही थी। कई तरह की खबरे आ रही थी। कुछ खबरे यह थी कि जदयू अध्यक्ष लल्लन सिंह और सीएम नीतीश कुमार के बीच सब कुछ ठीक नहीं है। अनबन है और पार्टी में टूट भी हो सकती है। कुछ खबर यह भी चली कि नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन से नीतीश कुमार निकल सकते हैं और बीजेपी के साथ फिर भी जा सकते हैं। बिहार से दिल्ली तक यह खबर दौर रही थी कि नीतीश कुमार फिर से पलटी मार सकते हैं। बीजेपी के भीतर भी गर्मी आ गई थी। कई नेता खुश थे तो बहुत से नेता मुरझा गए थे। एक खबर यह भी आयी कि लल्लन सिंह राजद के साथ जा सकते हैं और नीतीश कुमार को गच्चा दे सकते हैं।
इन खबरों को कौन फैला रहा था यह तो कोई नहीं जानता लेकिन एक सच तो यही है कि बीजेपी के कुछ नेता इस खेल को आगे बढ़ा रहे थे और कुछ जदयू के नेता भी ऐसे ख़बरों को हवा दे रहे थे ताकि इंडिया गठबंधन में कांग्रेस को कमजोर किया जा सके। दरअसल जदयू अधिक सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है जबकि कांग्रेस को चार से पांच सीटें देना चाहती है। ऐसे में अब जानकार यह भी कह रहे हैं कि राजनीति में इस तरह के खेल चलते रहते हैं और दवाब की राजनीति भी चलती है।
लेकिन आज शाम को नीतीश कुमार और लल्लन सिंह की मुलाकात जब दिल्ली स्थित बिहार भवन में हुई तो कई सवाल के जवाब सामने आ गए। बिहार भवन में दोनों नेताओं के बीच बातचीतहुई। इससे पहले मीडिया से बातचीत करते जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने अध्यक्ष पद से इस्तीफे की खबरों को खारिज करते हुए कहा, “नीतीश कुमार हमारे सर्वोच्च नेता हैं।” जदयू एक है और एक ही रहेगा। इसके बाद दोनों नेता बैठक में शामिल होने के लिए निकल गए।बता दें कि दिल्ली में पार्टी की दो दिवसीय बैठक चल रही है। इस बैठक में आगमी चुनाव को लेकर कई फैसले लेने हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को दिल्ली में शुरू होने वाले दो दिवसीय पार्टी सम्मेलन से पहले अपनी पार्टी में बड़े संगठनात्मक बदलाव की अफवाहों के बारे में पूछे गए सवालों को टाल दिया। बता दें कि दिल्ली जाने से पहले सीएम नीतीश कुमार ने पत्रकारों से संक्षिप्त बातचीत में कहा कि ये बैठकें हर साल होती हैं। सब नॉर्मल है। बता दें कि जब सीएम से पूछा गया कि क्या 29 दिसंबर को दिल्ली में होने वाली जेडीयू की महत्वपूर्ण बैठक में ललन सिंह द्वारा अपने इस्तीफे की औपचारिक पेशकश करने की संभावना है, तो उन्होंने इसका सीधा जवाब नहीं दिया।वहीं, सीएम ने एनडीए में शामिल होने की अफवाहों के बारे में पूछे गए सवालों को भी टाल दिया।