देव आनंद, जो अपने समय के सबसे हैंडसम और स्टाइलिश एक्टर माने जाते थे, ने इंडस्ट्री में एक लंबा सफर तय किया।एक्टर, डायरेक्टर, राइटर, प्रोड्यूसर और पॉलिटिकल एक्टिविस्ट, देव आनंद ने कई अलग-अलग रोल निभाए। लेकिन क्या आप जानते हैं कि फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखने से पहले, वह एक क्लर्क की नौकरी करते थे? आइए, जानते हैं उनके जीवन के कुछ ऐसे अनसुने फैक्ट्स।
देव आनंद ने फिल्मों में आने से पहले एक अकाउंटेंसी फर्म में क्लर्क के रूप में काम किया, जहां उन्हें ₹85 की सैलरी मिलती थी। बाद में वह मिलिट्री सेंसर ऑफिस में काम करने लगे और वहाँ उन्हें ₹160 मिलते थे।कुछ ही महीनों के बाद उन्हें हम एक हैं 1946 के लिए सेलेक्ट कर लिया गया और उनके फिल्मी सफर की शुरुआत हुई।
काला पानी 1958 की रिलीज के दौरान एक ऐसा हादसा हुआ, जिसने देव आनंद को ब्लैक कपड़े पहनने से रोक दिया।कहा जाता है कि एक महिला ने देव आनंद को ब्लैक कपड़े में देखकर अपनी जान दे दी थी,यहां तक कि महिलाए इमारतों से कूदने की कोशिश करती थीं जब वे उन्हें ब्लैक कपड़ों में देखती थीं।इसके बाद देव आनंद को सलाह दी गई कि वे ब्लैक कपड़े न पहनें।
देव आनंद की स्टाइल उनके चाहने वालों के बीच काफी पॉपुलर थी। उनकी सिग्नेचर स्टाइल का हिस्सा था चेकर्ड प्रिंट कैप।ज्वेल थीफ 1967 में उन्होंने जो चेकर्ड कैप पहनी थी, वह कोपेनहेगन, डेनमार्क से खरीदी गई थी, जब वे वहां प्यार मोहब्बत 1966 की शूटिंग कर रहे थे।
देव आनंद चार्ली चैपलिन के बड़े फैन थे। 1954 में मोंट्रेक्स, स्विट्जरलैंड में जब उनकी चार्ली चैपलिन से मुलाकात हुई, तो देव ने एक्साइटमेंट में हेल चैपलिन चिल्ला दिया। यह सुनकर चार्ली जोर से हँस पड़े और कहा, वेलकम टू माई वाइट हाउस।
फिल्म विद्या 1948 की शूटिंग के दौरान सुरैया देव आनंद से प्यार करने लगी थीं।बाद में, जीत 1949 के सेट पर देव ने उन्हें प्रपोज़ किया और ₹3,000 की डायमंड रिंग दी,लेकिन सुरैया की माँ इस रिश्ते के खिलाफ थीं, जिस वजह से दोनों की शादी नहीं हो सकी।
देव आनंद ने दिलीप कुमार, अशोक कुमार, मिथुन चक्रवर्ती, और आमिर खान जैसे एक्टर्स के साथ काम किया, लेकिन उन्होंने कभी अमिताभ बच्चन के साथ स्क्रीन शेयर नहीं की। जंजीर 1973 में इंस्पेक्टर विजय का रोल, जिसे बाद में अमिताभ बच्चन ने निभाया, पहले देव आनंद को ऑफर किया गया था। तब उन्होंने ने इस रोल को ठुकरा दिया था।
देव आनंद ने अपने करियर में मधुबाला, तमाशा, टैक्सी ड्राइवर, जॉनी मेरा नाम, गाइड, सीआईडी, ज्वेल थीफ, नौ दो ग्यारह, काला बाजार जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया।उन्होंने तेरे घर के सामने, जुआरी, हीरा पन्ना, कालाबाज, लश्कर जैसी फिल्मों से दर्शकों का दिल जीत लिया था।
देव आनंद का निधन 3 दिसंबर 2011 को लंदन में हुआ, जब वह 88 साल के थे।उनके योगदान और फिल्मों को हमेशा याद किया जाएगा, और वह बॉलीवुड के सबसे हैंडसम और पॉपुलर एक्टर्स में से एक बने रहेंगे।
देव आनंद जी ने अपने काम से सभी का दिल जीता है, आज उनके जन्मदिन पर उन्हें हार्दिक शुभकामना!