न्यूज़ डेस्क
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे के खिलाफ झारखंड पुलिस ने फर्जीवाड़े के मामले में केस दर्ज किया है। निशिकांत दुबे में 120 बी के तहत मामला दर्ज किया गया है। निशिकांत पर दस्तावेजों का दुरुपयोग करके नीलामी के माध्यम से एक मेडिकल कालेज हड़पने का आरोप लगा है। यह वही सांसद हैं जिन्होंने महुआ मोइत्रा को पोल खाली थी।
देवघर में धोखाधड़ी से मेडिकल कॉलेज को हड़पने के आरोप में भाजपा के गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे और उनकी पत्नी अनामिका गौतम सहित 9 लोगों के खिलाफ परित्राण मेडिकल कॉलेज और अस्पताल को साजिश के तहत हड़पने और धोखाधड़ी सहित धारा 406, 409, 420, 467, 468, 471, 120बी, 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है। निशिकांत दुबे ने इन आरोपों से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि अगर यह आरोप साबित हो गए, तो वह राजनीति छोड़ देंगे।
देवघर में जसीडीह थाना प्रभारी रवि ठाकुर ने बताया कि शिव दत्त शर्मा नामक व्यक्ति ने भाजपा सांसद और उनकी पत्नी समेत अन्य लोगों के खिलाफ शिकायत दी। इसके आधार पर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है। भाजपा सांसद, उनकी पत्नी सहित कुल 9 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। इस मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
प्राथमिकी के मुताबिक निशिकांत दुबे और उनकी पत्नी ने अपने ट्रस्ट बाबा बैद्यनाथ मेडिकल ट्रस्ट के जरिए उनके संस्थान परिट्रान मेडिकल कॉलेज और अस्पताल से संबंधित दस्तावेजों का दुरुपयोग करके नीलामी में अस्पताल को हड़प लिया। शिव दत्त शर्मा ने आरोप लगाया है कि उन्होंने मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के लिए 93 करोड़ रुपये का ऋण लिया था, लेकिन मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा संस्थान के लिए मंजूरी नहीं मिली।
इसके कारण उनका ऋण राशि को गैर-निष्पादित संपत्ति घोषित हो गया। इसके बाद दूबे ने उनसे इस संकट से उबारने के लिए 20 लाख रुपए लिए थे। इसके बाद भी उन्होंने नीलामी के माध्यम से हड़प लिया। नीलामी के दौरान अकेले बाबा बैद्यनाथ मेडिकल ट्रस्ट ने बोली लगाई। यह ट्रस्ट भाजपा सांसद का है।