लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी के एमपी का आंकड़ा 240 पर ही सिमट गया जो बहुमत के जादुई आंकड़ा 262 से 22 कम है। हालांकि बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए को 292 सीट मिली है जो बहुमत के जादुई आंकड़ा 272 से 20 सीट ज्यादा है।प्रधान मंत्री पद के लिए एनडीए का समर्थन मिल जाने के बाद नरेंद्र मोदी का पीएम बनना हालांकि तय है। अभी नरेंद्र मोदी ने पीएम पद का शपथ ग्रहण भी नहीं किया है और उसके घटक दल जेडीयू ने पहले से ही प्रेशर पॉलिटिक्स शुरू कर दिया है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या नरेंद्र मोदी घटक दलों की ओर से डाले जाने वाले ऐसे प्रेशर पॉलिटिक्स के आगे झुक जाएंगे और एक रीढ़ विहीन सरकार चलाएंगे या तनकर उसका सामना करेंगे। और कहीं दोनों ही तरफ से तनाव हुआ तो क्या देश में जल्दी ही मध्यावधि चुनाव होगा ?
सबसे पहले जेडीयू खेमा से नीतीश कुमार को बताया गया था पीएम मैटेरियल
मतगणना में जैसे ही बीजेपी स्पष्ट बहुमत से थोड़ा पीछे रह गया और एनडीए बहुमत में दिखने लगा तभी जेडीयू खेमा ने नीतीश कुमार के पीएम बनने को लेकर हल्का सा प्रेशर अप्लाय कर दिया। जेडीयू के एमएलसी खालिद की तरफ से यह बयान आया कि भले ही एनडीए ने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लोकसभा चुनाव लड़ा है,लेकिन नीतीश कुमार में सबसे अधिक प्रधानमंत्री का गुण है।
बिहार को स्पेशल स्टेटस का दर्जा
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी ने नरेंद्र मोदी के पीएम पद का सपथ लेने से पहले फिर से प्रेशर पॉलिटिक्स शुरू कर दिया है। जेडीयू ने साफ कह दिया है कि बिहार को स्पेशल स्टेटस का दर्जा मिलना चाहिए।यह मांग जेडीयू के प्रवक्ता और पार्टी के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने की है।उन्होंने कहा कि यूनिफॉर्म सिविल कोड पर हमारा रुख आज भी जस का तस है। जेडीयू महासचिव और प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि हमने तब भी कहा था कि इस मामले पर सभी स्टेक होल्डर को साथ लेकर चलने की आवश्यकता है।केसी त्यागी ने कहा कि हमने तब भी कहा था कि इस मामले पर सभी स्टेट होल्डर को साथ लेकर उनके विचारों को समझने की जरूरत है।यूसीसी पर नीतीश कुमार ने विधि आयोग के अध्यक्ष को चिट्ठी लिखी थी और कहा था कि हम इसके खिलाफ नहीं हैं लेकिन इसमें व्यापक विचार विमर्श की आवश्यकता है।
अग्निवीर योजना पर फिर से विचार करने की जरूरत
अग्निवीर योजना का जिक्र करते हुए केसी त्यागी ने कहा कि अग्निवीर योजना को लेकर के बहुत विरोध हुआ था और चुनाव में भी उसका असर देखने को मिला है। इस पर दोबारा से विचार करने की जरूरत है।अग्निवीर योजना को नए तरीके से सोचने की आवश्यकता है। जो सुरक्षाकर्मी सेना में तैनात थे अग्निवीर योजना आने पर उनके भी बड़े तबके में असंतोष था।मेरा ऐसा मानना है कि उनके परिवार जनों ने भी चुनाव में विरोध जारी किया, इसलिए आज इसमें नए तरीके से विचार विमर्श की जरूरत है।
नरेंद्र मोदी ही बनेंगे प्रधानमंत्री
इस सवाल पर कि एनडीए से जेडीयू की कोई और डिमांड है तो इस पर केसी त्यागी ने कहा कि बिना किसी शर्त के हम लोगों का एनडीए को सपोर्ट है, लेकिन बिहार को जनता के हित विशेष राज्य का दर्जा मिले। इसके बिना बिहार का विकास असंभव है।292 का नंबर इंडिया गठबंधन के बजाय एनडीए गठबंधन के पास है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही बनेंगे।
मंत्री बनाना प्रधान मंत्री का विशेषाधिकार
जदयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि जहां तक एक देश एक चुनाव की बात है, हम उसके समर्थन में हैं। केसी त्यागी ने कहा कि हम एनडीए के मजबूत हिस्सेदार के रूप में सामने आए हैं। हम अटल बिहारी की एनडीए सरकार में कई अहम मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं फिर भी हम कोई खास मंत्रालय की मांग नहीं कर रहेचैन।यह प्रधानमंत्री का विशेषाधिकार है कि वो किस को कौन सा मंत्रालय देंगे।हमारी ऐसी कोई मांग नहीं है।